State Song of Haryana: हरियाणा को जल्द मिलेगा राज्य गीत, बजट सत्र में होगी घोषणा
Haryana: हरियाणा को बहुत जल्द अपना राज्य गीत मिलने वाला है। राज्य गीत के चयन के लिए गठित विधानसभा की कमेटी का कार्य लगभग पूरा हो गया है। समिति इस बारे में जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

Haryana: हरियाणा को बहुत जल्द अपना राज्य गीत मिलने वाला है। राज्य गीत के चयन के लिए गठित विधानसभा की कमेटी का कार्य लगभग पूरा हो गया है। समिति इस बारे में जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
बताया जा रहा है कि आगामी बजट सत्र में राज्य गीत की घोषणा हो सकती है। पानीपत निवासी डॉ. बालकृष्ण शर्मा द्वारा लिखे गए इस गीत में कमेटी ने कई संशोधन किए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने सुना राज्य गीत
कमेटी की 10वीं बैठक में विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण भी शामिल हुए। उन्होंने कमेटी के सदस्यों और अधिकारियों के साथ प्रस्तावित राज्य गीत सुना। गीत सुनने के बाद कल्याण ने कहा कि इसके बोल और संगीत काफी प्रभावी हैं।
विधानसभा कमेटी के सदस्यों, अधिकारियों और कलाकारों की मेहनत स्पष्ट दिखाई दे रही है। गीत के भाव और भाषा सौंदर्य काफी अच्छा है। विषय वस्तु में हरियाणा के गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, भौगोलिक संरचना और प्रदेश की विकास यात्रा को चित्रित किया गया है।
राज्यगीत में प्रदेश की उत्सवधर्मी संस्कृति और हरियाणा वासियों की सादगी जैसी मूल विशेषताओं को इंगित करने का प्रयास किया। इसमें आपसी भाईचारे, शिक्षा और व्यापार का भी विशेष वर्णन है।
किसानों, वीर-सैनिकों, खिलाड़ियों के योगदान को किया गया रेखांकित
गीत में जहां हरियाणवी लोकजीवन को काव्यबद्ध किया, वहीं इसमें प्रदेश का गौरव बढ़ाते किसानों, वीर-सैनिकों, खिलाड़ियों के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित किया हैं।
बैठक में समिति सभापति लक्ष्मण यादव, सदस्य गीता भुक्कल, विनोद भ्याणा, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, महानिदेशक के. मकरंद पांडुरंग, लोक कलाकार पदमश्री महावीर गुड्डू व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यह है हरियाणा का राज्य गीत
जय जय जय हरियाणा, जय जय जय हरियाणा
पावन धरती वेदों की, जहां हुआ हरि का आणा।
जय जय जय हरियाणा…..
गीता ज्ञान धरोहर इसकी, महाभारत इतिहास
मुकुट शिवालिक आधार अरावली, यमुना बहती पास
मौज मनावें, कातक न्हावें, पूरी मन की आस
सरस्वती के अमृत रस का, यहीं सदा है वास
सादा जीवन सादा बाणा, दूध दही का खाणा।
जय जय जय हरियाणा …..
छैल छबीले मर्द निराले, सुन्दर स्याणी नार
होली, दिवाली, ईद, गुरपुरब, मनते तीज त्योहार
भाईचारा जग से न्यारा बढ़े प्यार में प्यार
दिन दूणा अर रात चौगुणा, शिक्षा और व्यापार
बजते डेरू, ढोल, नगाड़े, सांग, रागणी गाणा।
जय जय जय हरियाणा ….
उपजाते हैं फसल सुनहरी, खेतों बीच किसान
खेल खिलाड़ी मैडल लाकर करें देश का मान
सीमाओं पर हरदम चौकस यहां के वीर जवान
छोटा सा प्रदेश, देश की अजब निराली शान
अतिथि देवो भवः यहां सेवा धर्म निभाणा
जय जय जय हरियाणा ….