Success Story: हरियाणा की बेटी बनीं आर्मी लेफ्टिनेंट, लाखों की नौकरी छोड़ क्रैक किया एग्जाम
हरियाणा की छोरियां किसी भी मामले में छोरों से कम नहीं है। चरखी दादरी के गांव रानीला की बेटी निधी लोरा ने यह बात साबित कर दी है। निधी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पूरे राज्ये और देश का नाम रोशन किया है।

हरियाणा की छोरियां किसी भी मामले में छोरों से कम नहीं है। चरखी दादरी के गांव रानीला की बेटी निधी लोरा ने यह बात साबित कर दी है। निधी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पूरे राज्ये और देश का नाम रोशन किया है। निधिन ने बिना कोचिंग पढ़ाई कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने का सपना पूरा किया है।
बैंगलोर में हुई पासिंग आउट परेड में निधि को लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन मिला और उनके घर पर लौटने पर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में निधि को सम्मानिति किया गया।
पिता और परिवार से प्रेरणा लेकर निधि ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से अपने सपनों को पूरा किया। निधिा का जन्म 9 अगस्त 1988 में रानीला गांव के एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता मनोज कुमार आर्मी में हवलदार और मां सरिता देवी गृहिणी है। पिता और परिवार से प्रेरणा लेकर निधि अपनी मेहनत के बल पर आर्मी में लेफ्टिनेंट बनीं। एमडीयू से 2020 बैच में इंजीनियरिंग में गोल्ड विजेता निधि एमबीए पास हैं।
निधि ने प्राइवेट कंपनी में 20 लाख का पैकेज छोड़कर बिना कोचिंग लगन और मेहनत कर लेफ्टिनेंट बनी है।पिता मनोज और चाचा सतेंद्र ने बताया कि निधि ने CDS परीक्षा पास कर ऑफिसर ट्रेनिंग अकेडमी बिहार के गया में ट्रेनिंग ली और आर्मी लेफ्टिनेंट बन गई।