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प्रदेश के हरेक गांव में किसानों पर हो रहे अत्याचार की चर्चा होनी शुरू हुई: अनुराग ढांडा

सत्य खबर, चंडीगढ़ :

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने चंडीगढ़ स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय से प्रेस वार्ता की। उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अनिल रंगा और अंबाला लोकसभा उपाध्यक्ष सुरेंद्र राठी मौजूद रहे। अनुराग ढांडा ने कहा की हरियाणा की खट्टर सरकार ने किसान आंदोलन का बहाना बनाकर पूरे हरियाणा को बंधक बनाने का काम कर रखा है। पूरे हरियाणा के लोगों के ऊपर अत्याचार किया जा रहा है। उनकी आवाजाही में रुकावट पैदा की जा रही है। आम आदमी पार्टी जनता को हो रही परेशानियों के पक्ष में नहीं है। आम आदमी पार्टी इसका समर्थन नहीं करती है।

उन्होंने कहा की खट्टर सरकार ऐसा जानबूझ कर रही है। 15 फरवरी को किसान संगठनों ने साफ कर दिया था कि 19 तारीख तक वे दिल्ली कूच नहीं करेंगे। अगर इसके बाद बातचीत विफल रहती है तो दिल्ली कूच करेंगे। 15 से 19 फरवरी तक सरकार को पता था कि किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे। किसान नेताओं ने 21 फरवरी तक का समय देने की बात कही थी, इसके बावजूद भी खट्टर सरकार ने 7 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया, वहीं बॉर्डर को भी पूर्ण रूप से सील कर दिया गया।

उन्होंने कहा की खट्टर सरकार ने किसान आंदोलन का बहाना बनाकर प्रदेश की जनता के मन में किसानों के प्रति दुर्भावना भरने की कोशिश की जा रही है। सात जिलों के 70 से 80 प्रतिशत लोग इंटरनेट की सेवा से वंचित हैं। ऑनलाइन लेनदेन पूरी तरह से ठप है। व्यापारी रोजाना करोड़ों का घाटा झेल रहे हैं। वहीं सेल में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है।

उन्होंने कहा की बसों के अंदर ई टिकटिंग का सिस्टम बंद हो गया है। हरियाणा रोडवेज के 40 प्रतिशत यात्री कम हो गए हैं। जिससे रोडवेज को भी काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा की सीबीएसई की बोर्ड की परिक्षाएं चल रही हैं। इंटरनेट नहीं चलने से युवाओं की परीक्षा भी बाधित हो रही है। एचएसएससी की परीक्षाओं में भी बाधा आ रही है।

उन्होंने कहा कि सात जिलों में 10 लाख लोग पीडीएस स्कीम के तहत राशन डिपो पर राशन लेने का काम करते हैं। जिस तरीके से मोदी सरकार तानाशाही तरीका अपना रही है। इस कारण लाखों लोग राशन नहीं ले पा रहे हैं। वहीं सरकारी पोर्टल भी पूरी तरह से ठप पड़े हैं। वहीं हाईवे पर मौजूद ढाबों का काम 65 फीसदी तक कम हो गया है। इस कारण ढाबों पर भी छंटनी शुरू हो जाएगी। वहीं कारोबारियों को ढाई हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है।

उन्होंने कहा की दिल्ली से चंडीगढ़ की फ्लाइट का रेट भी 17 हजार रुपए हो चुका है। ट्रेन के अंदर के किराया महंगा हो गया है। वहीं बीजेपी सरकार ये नैरेटिव भी फैलाने की कोशिश कर रही है कि एमएसपी की मांग केवल पंजाब के किसानों की मांग है। जबकि हरियाणा का एक एक किसान इस आंदोलन के साथ खड़ा है। प्रदेश के हरेक गांव में किसानों पर हो रहे अत्याचार की चर्चा होनी शुरू हो गई है।

उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री खट्टर को सुझाव देना चाहता हूं कि किसान जब शांतिपूर्ण तरीके से केंद्र सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं तो नाजायज तरीके से लोगों को इंटरनेट से दूर रखना, स्टेट हाईवे को बंद कर रोजाना हजारों लोगों को परेशानी में डाल रखा है। मुख्यमंत्री खट्टर को तानाशाही रवैया छोड़कर जनता को हो रही परेशानी के हल के बारे में सोचना चाहिए।

उन्होंने कहा की हरियाणा के किसान भी एमएसपी चाहते हैं और हरियाणा में भी किसानों की मुख्य मांग एमएसपी है। खट्टर सरकार से अनुरोध करते हैं कि सातों जिलों से इंटरनेट बैन हटाया चाहिए। किसानों के आंदोलन को बातचीत से समाधान तलाशने की कोशिश करें। अगर किसानों पर दमन करेंगे तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित हो सके कि किसानों को एमएसपी का फायदा पहुंचे और इसके लिए केंद्र सरकार सी2 + 50 प्रतिशत को लागू कर सकती थी, लेकिन सरकार किसानों के साथ कोई ठोस कदम न उठाकर सिर्फ बातचीत कर रही है। ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार सिर्फ समय को आगे बढ़ाना चाहती है और किसानों की समस्या को हल न करके समय को बढ़ा रही है।

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