सत्य खबर, सिरसा ।
तोशाम से बच्चे का अपहरण करके सिरसा पहुंचे बदमाशों को पकड़ने पहुंची भिवानी सीआईए की टीम पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद सीआईए ने जवाबी कार्रवाई की, फायरिंग में भाग रहे दो बदमाशों को गोलियां लगी। जिससे वह नीचे गिर गए।
पुलिस ने बदमाशों की चंगुल से बच्चे को छुड़वाकर दोनों घायल बदमाशों को इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया गया। यहां से डॉक्टरों ने उन्हें अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। पुलिस की कार्रवाई में तीन बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े है और एक बदमाश फरार होने में कामयाब हो गया।
जानकारी के अनुसार, 9 फरवरी को तोशाम से गाड़ी सवार चार बदमाशों ने 12 वर्षीय राघव पुत्र मनोज कुमार का अपहरण कर लिया था। इसके बाद भिवानी की सीआईए पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई। रविवार को सीआईए को सूचना मिली कि बदमाश सिरसा की ओर गए हैं। इंस्पेक्टर योगेश कुमार,इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार व इंस्पेक्टर कुलदीप के नेतृत्व में सीआईए की तीन टीमें सिरसा पहुंच गई। इसी दौरान गुप्त सूचना मिली की बदमाश गाड़ी में सिरसा की चतरगढ़पट्टी इलाके में घूम रहे हैं। सीआईए की टीम ने लोकल पुलिस को अपने साथ लेकर चतरगढ़पट्टी इलाके की घेराबंदी कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी।
रविवार को करीब साढ़े 10 बजे सीआईए को एक गाड़ी दिखी। सीआईए की टीम ने ओवरटेक कर गाड़ी को रोकने की कोशिश की बदमाशों ने सीआईए की गाड़ी को टक्कर मार दी। जिससे सीआईए की गाड़ी पलटने से बाल-बाल बची। इसके बाद बदमाश गाड़ी से निकलकर भागने लगे।
इंस्पेक्टर योगेश ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो एक बदमाश ने पिस्तौल से इंस्पेक्टर योगेश पर गोली चला दी,लेकिन योगेश कुमार बाल बाल बच गए। इसके बाद एएसआई आनंद ने भाग रहे बदमाशों को सरेंडर करने को कहा तो दूसरे बदमाश ने एएसआई आनंद पर गोली चला दी। बदमाशों की फायरिंग के जवाब में सीआईए की टीम ने जवाबी फायरिंग की। जिसमें दो बदमाशों के पैर पर गोली लगी और वे नीचे गिर गए। इसके बाद पुलिस ने भागने की कोशिश कर रहे तीसरे बदमाश को दबोच लिया जबकि चौथा बदमाश फरार होने में कामयाब रहा।
पुलिस ने काबू किए बदमाश से पूछताछ की तो उसकी पहचान सुदर्शन उर्फ संदीप निवासी शीशवाला जिला चरखी दादरी के रूप में हुई। दूसरे की पहचान खेतू पुत्र राधेश्याम निवासी बागनवाला जिला भिवानी के रूप में हुई। तीसरे की पहचान रवि कुमार पुत्र दिलबाग निवासी बागनवाला जिला भिवानी के रूप में हुई। फरार होने में कामयाब रहे बदमाश की पहचान लेखू उर्फ वीर पुत्र राधेश्याम निवासी बागनवाला के रूप में हुई।
गिरफ्त में आए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि अपहृत बच्चा गाड़ी की पिछली सीट पर हाथ पैर बांधकर और मुंह पर टेप लगाकर छुपाया गया है। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी में से बच्चे के हाथ पैर खोलकर और मुंह से टेप हटाकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम राघव पुत्र मनोज बताया। राघव ने पुलिस को बताया कि 9 फरवरी 2024 की शाम को बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया था।
सीआईए की टीम ने गोली लगने से घायल सुदर्शन व खेतू को उपचार के लिए सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया। यहां से डॉक्टरों ने दोनों को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। सिविल लाइन थाना पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला करने,सरकारी कार्य में बाधा डालने व शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।