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हरियाणा के दो आईएएस अधिकारी सोशल मीडिया पर भिड़े

सत्य खबर, चंडीगढ़ ।

हरियाणा की बहुचर्चित DLF-वाड्रा लैंड डील में आईएएस अशोक खेमका के बाद आईएएस संजीव वर्मा भी सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गए हैं। खेमका के X हैंडल पर लैंड डील पर लिखे जाने के बाद अब वर्मा ने उनके खिलाफ लिखना शुरू कर दिया है।

उन्होंने लिखा है कि लोग अपने दोष छिपाने के लिए दूसरे के दोष गिनाने लगते हैं, ये भूल कर कि ऐसा करने से वो खुद दोष मुक्त या पवित्र नहीं हो जाते। उन्होंने ऐसे लोगों के लिए एक कहावत भी लिखी है, ‘औरों को बुढ़िया सिखविद दे अपनी खाट भीतरी ले’।

हरियाणा के बहुचर्चित DLF लैंड डील विवाद में प्रदेश के चर्चित आईएएस अशोक खेमका ने फिर से सवाल उठाए थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा था कि वाड्रा-DLF सौदे की जांच सुस्त क्यों? 10 साल हुए, और कितनी प्रतीक्षा। ढींगरा आयोग की रिपोर्ट भी ठंडे बस्ते में। पापियों की मौज। उन्होंने यह भी लिखा है कि शासक की मंशा कमजोर क्यों? प्रधानमंत्री का देश को वर्ष 2014 में दिया गया वचन एक बार ध्यान तो किया जाए।

इससे पहले खेमका ने 11 महीने पहले भी लगातार दो ट्वीट कर इस लैंड डील को लेकर सवाल उठाए थे। खेमका मार्च 2023 में इस मामले में वित्तीय लेन देन की जांच को लेकर सरकार के द्वारा गठित की गई नई SIT पर भी सवाल खड़े कर चुके हैं।

अशोक खेमका ने कांग्रेस सरकार के समय वाड्रा डीएलएफ लैंड डील को लेकर सवाल खड़े किए थे। भाजपा ने इसे चुनाव के दौरान राष्ट्रीय मुद्दा बनाया था। 2014 के चुनाव में इस लैंड डील को लेकर पार्टी ने प्रचार सामग्री तक छपवाई थी, लेकिन जब पार्टी सत्ता में आई तो इस मामले में कोई भी कार्रवाई अभी तक नहीं की गई। इसके बाद इस डील को क्लीन चिट देने वाले अधिकारी को दोबारा पद देने पर खेमका का यह दर्द छलका है।

चार महीने पहले हरियाणा के इन दोनों सीनियर आईएएस ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप लगाए थे। इसके बाद हरियाणा सरकार की ओर से ASC टीवीएसएन प्रसाद अब मुख्य सचिव भी दोनों के द्वारा एक दूसरे के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के निर्देश दिए गए थे। सरकार की ओर से इसको लेकर ऑर्डर भी जारी किए गए थे।

हरियाणा के आईएएस अशोक खेमका और संजीव वर्मा ने एक दूसरे के खिलाफ लॉग बुक में हेराफेरी और फर्जी नियुक्ति किए जाने संबंधी शिकायतें की हैं। आईएएस अशोक खेमका ने संजीव वर्मा के खिलाफ पांच और संजीव वर्मा ने अशोक खेमका के खिलाफ सरकार में तीन शिकायतें कर चुके हैं।

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