ताजा समाचार

मध्य प्रदेश में फिर थम रहे चक्के, ड्राइवर हड़ताल से जिम्मेदार हक्के-बक्के

भोपाल( प्रमोद व्यास,)

हिट एंड रन कानून के विरोध को लेकर पिछली बार देशव्यापी ड्राइवर की हड़ताल ने केंद्र सरकार को मजबूर कर दिया और कानून बनाने से सरकार पीछे हट गई ।

3 जनवरी को ट्रक ड्राइवर की हड़ताल समाप्त हुई और यह तय हुआ कि हाल फिलहाल कानून नहीं बनाया जाएगा ।

इधर 10 जनवरी बुधवार को एक बार फिर मध्य प्रदेश में ड्राइवर की हड़ताल शुरू हो गई है ,सुबह जब यात्रीगण बस स्टैंड पर आये तो उन्हें बसों के छक्के थमे हुए दिखाई दिए ।इस बारे में जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि छत्तीसगढ़ में भी ट्रक ड्राइवरो ने हड़ताल कर रखी है।

ट्रक ड्राइवर से लेकर बस ड्राइवरो ने एकजुट होकर बताया कि सरकार ने ट्रांसपोर्टरों से बात की है, व्यापारियों से बात की है, लेकिन ड्राइवर से बात नहीं की है। ऐसे में हम इस काले कानून को लागू नहीं होने देंगे। स्टेरिंग को छोड़ने का हमने मन बनाया है, और यह आंदोलन जारी रहेगा। इधर उज्जैन इंदौर भोपाल जबलपुर से भी चक्के थमने की धीरे-धीरे जानकारी आ रही है। हालांकि मध्य प्रदेश सरकार अभी इस आंदोलन से अनभिज्ञ है की वापस हड़ताल शुरू हो गई है। वहीं कुछ जिला कलेक्टरों को यह जानकारी मिली है कि यात्री बस के चक्के थम रहे हैं ,आगर मालवा में तो पूर्णत: यात्री बसें बंद रखने का निर्णय ले लिया गया देखना है की हिट एंड रन कानून को लेकर एक बार फिर उपजा बवाल थमता है या नहीं इधर उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं और अपने गंतव्य तक पुनः जाते हैं ऐसे में उज्जैन जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह नगर निगम के माध्यम से सिटी बस चलाने पर मंथन कर रहे हैं, हालांकि रेल मार्ग वायु मार्ग चालू है ।इधर ड्राइवर की हड़ताल यदि एक बार फिर पेट्रोल पंप और दूध सब्जी विक्रेताओं तक पहुंची तो आम जनता भी परेशान हो जाएगी।

Back to top button