राष्‍ट्रीय

सीएम हिमंत बिस्वा ने राहुल गांधी को कहा ‘रावण’ तो कांग्रेस ने किया पलटवार

सत्य खबर/गुवाहाटी:

आज यानी मंगलवार 23 जनवरी को राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का 10वां दिन है. उनकी यात्रा गुवाहाटी में प्रवेश कर चुकी है. इससे पहले नौवें दिन यानी 22 जनवरी को यात्रा मेघालय पहुंची थी, जहां कांग्रेस सांसद ने युवाओं को संबोधित करते हुए असम और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उनके निशाने पर मुख्य रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा थे.

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के असम पहुंचने के बाद से ही सीएम सरमा और राहुल के बीच तीखी जुबानी जंग जारी है. सोमवार को जब असम के मुख्यमंत्री से राहुल गांधी से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कांग्रेस सांसद को ‘रावण’ कहकर सवाल टाल दिया. उनके इस बयान पर आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने पलटवार किया है.

सरमा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग

दरअसल, राहुल गांधी ने 22 जनवरी को अयोध्या में प्रतिष्ठा समारोह के दिन प्रसिद्ध असमिया संत श्री शंकरदेव मंदिर का दौरा करने का फैसला किया था। सोमवार को जब वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे तो सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया. मंदिर प्रबंधन ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का हवाला देते हुए उन्हें तीन बजे आने को कहा. इससे राहुल नाराज हो गए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वहीं धरने पर बैठ गए.

जब मीडिया ने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘आज रावण के बारे में बात करें.’ इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के किसी मामले में अभी तक राहुल गांधी का नाम नहीं आया है. मामले में भी नहीं आए हैं, जबकि बीजेपी ने ही हिमंत सरमा पर लुईस बर्जर और सारदा चिटफंड में घोटाले का आरोप लगाया था. ऐसे में रावण कौन है?

बोरा ने आगे कहा कि रावण कौन है, जिसने माता सीता का अपहरण किया। तिनसुकिया जिले के एक चाय बागान में काम करने वाली महिला के साथ बीजेपी के लोगों ने बलात्कार किया. जब परिवार ने थाने में केस दर्ज कराया तो पुलिस और बीजेपी नेताओं ने पीड़िता की मां पर केस वापस लेने का दबाव बनाया. जिसके बाद उनकी मां ने आत्महत्या कर ली. कांग्रेस नेता ने कहा कि आज पूरे देश में असम की महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं. जहां रावण है वहां महिलाएं असुरक्षित हैं।

असम में कब तक चलेगी यात्रा?

राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के असम में प्रवेश करने के बाद से लगातार विवाद सामने आ रहे हैं. यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने नियम तोड़ने पर राहुल गांधी को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी थी. अगले दिन जोकीहाट में यात्रा के आयोजनकर्ता समेत अन्य के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया. इसके बाद यात्रा के सातवें दिन काफिले में शामिल गाड़ियों पर हमला किया गया और तोड़फोड़ की गई. कांग्रेस नेताओं के पोस्टर फाड़े गए.

आठवें दिन सोनितपुर में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की हुई. इन घटनाओं के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार शाम को देशभर के जिला मुख्यालयों पर बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. आपको बता दें कि राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 25 जनवरी तक असम में चलेगी. इसके बाद यह पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगी.

Back to top button