कांग्रेस के सड़क पर उतरने की बात आखिर क्यों बोल गए पटवारी ? जाने पूरा मामला….
सत्य खबर, मध्य प्रदेश, श्रुति घुरैया :
मध्यप्रदेश में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने किसानों के डिफॉल्टर होने का मामला उठाते हुए मोहन सरकार पर कई सवाल खड़े किए। दरअसल पटवारी ने अपने X हैंडल पर एक ट्वीट किया। जिसमे उन्होंने “लाखों किसानों के डिफॉल्टर होने की बात कही। पटवारी ने कहा किसानों से लोन की राशि तो ले ली गई है लेकिन उनके लोन अकाउंट में ये रक़म नहीं जुड़ी है। इतना ही नहीं उन्होंने सीएम यादव से सवाल करते हुए पूछा की आखिर कब तक सरकार की लापरवाही का ख़ामियाज़ा किसानो को भुगतना पड़ेगा ?
X पर की गई पोस्ट में पटवारी ने लिखा – ” ‘मध्यप्रदेश में 4.21 लाख किसानों पर डिफॉल्टर होने का खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि, उपार्जन केंद्र में गेहूं बेचने के बाद 2.25 लाख किसानों से लोन की रकम तो ले ली गई, लेकिन आखिरी तिथि होने के बावजूद यह रकम लोन अकाउंट में नहीं जुड़ी। ”
आकड़ों का जिक्र करते हुए उन्होंने आगे लिखा – “आंकड़े बता रहे हैं कि इस साल 15 लाख किसानों ने गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था। सिर्फ 6.15 लाख ही उपार्जन केंद्रों में गेहूं बेचने पहुंचे। इनमें से भी सिर्फ 1.94 लाख किसानों की ही राशि लोन अकाउंट में जमा हुई है। बड़ा सवाल यह है कि बचे हुए 4.21 लाख किसानों की राशि जमा नहीं हुई या उसको लेकर भी कोई असमंजस है। इस सरकारी अव्यवस्था के बाद अब यदि यह तारीख भी नहीं बढ़ाई गई, तो किसान डिफॉल्टर हो जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स यह भी बता रही हैं कि पिछले साल प्रदेश में डिफॉल्टर किसानों की संख्या 12 लाख थी, जिसमें इस साल 30% की वृद्धि हुई हैइस चौंकाने वाले आंकड़े पर भाजपा सरकार जवाब देने की स्थिति में नहीं है।”
पटवारी यहीं नहीं रुके उन्हीने CM मोहन यादव से बड़ा सवाल किया की “सरकारी लापरवाही की कीमत किसान कब तक चुकाएगा?” इसी के साथ पटवारी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया की किसान हित के इस जरूरी फैसले को गंभीरता से लें और तत्काल तिथि फिर से आगे बढ़ाएं ! पटवारी ने कहा की अगर किसानों को जबरन डिफाल्टर घोषित किया गया, तो कांग्रेस को उनके साथ सड़क पर उतरना पड़ेगा!