सत्य खबर, चण्डीगढ़
निकाय चुनाव में अच्छे परिणाम आने के बाद हरियाणा में भाजपा और जजपा गठबंधन काफी उत्साहित है। चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के अलग-अलग चुनाव लड़ने के फैसले के बाद हरियाणा में चर्चाएं चलने लगी थी कि अब दोनों पार्टियों की राहें अलग अलग हो जाएंगी। ऐसे में विपक्षी पार्टियां गठबंधन को लेकर बयान बाजी शुरू कर चुकी थी कि बीजेपी ने जे जे पी को झटके देने शुरू कर दिए हैं। लेकिन चुनाव से ऐन पहले दोनों पार्टियों ने फिर से गठबंधन में चुनाव लड़ने का फैसला लिया और परिणाम काफी सुखद आए।
निकाय चुनाव में दोनों पार्टियों का गठबंधन पर चुनाव लड़ने का फैसला हरियाणा के सतर पर नहीं हुआ था बल्कि यह फैसला अमित शाह की दखलंदाजी के बाद हुआ। जिसके बाद अमित शाह के साथ दुष्यंत चौटाला की मुलाकात भी हुई। दरअसल भाजपा दुष्यंत चौटाला को अकेले हरियाणा में नहीं राजस्थान में भी प्रयोग करना चाहती है। चौधरी देवी लाल का राजस्थान में भी काफी अच्छा प्रभाव रहा है और राजस्थान का एक बड़ा क्षेत्र हरियाणा के सिरसा जिले के आस-पास मौजूद है।
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राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि भाजपा जजपा के साथ मिलकर राजस्थान में भी चुनाव लड़ने वाली है। जजपा इसको लेकर राजस्थान में पिछले 2 महीने से तैयारियां भी कर रही है। पिछले 2 महीने से दुष्यंत चौटाला के सिप सलाहकार मीनू बेनीवाल का राजस्थान में बार-बार कार्यक्रम करना इस बात का प्रमाण भी है। अमित शाह के लिए राजस्थान के चुनाव बड़े मायने रखते हैं ऐसे में वह दुष्यंत चौटाला को राजस्थान में मददगार के तौर पर देख रहे हैं।
जानकारी यह भी मिल रही है कि जेजेपी और बीजेपी गठबंधन एक साथ मिलकर हरियाणा में एक बड़ी रैली करने वाले हैं । इस रैली में मुख्य अतिथि के तौर पर अमित शाह शामिल होने वाले हैं। इस रैली के लिए अमित शाह ने दुष्यंत चौटाला की पिछली मुलाकात के दौरान हरी झंडी दिखाए जाने की बात भी सामने आ रही हैं।
बीजेपी जेजेपी के गठबंधन की मजबूती की इन खबरों के बाद विपक्षियों की नींद उड़ना लगभग तय है।
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