सरकार आढ़ती व किसान के रिश्ते को तोडऩा चाहती है: अनुज मंगला
सत्यखबर, सफीदों: प्रदेशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर कच्चा आढ़ती संघ के एक बैठक नगर की नई अनाज मंडी में हुई। बैठक की अध्यक्षता कच्चा आढ़ती संघ के प्रधान अनुज मंगला ने की। बैठक में इस हड़ताल को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया और आढ़तियों ने अपने-अपने सुझाव दिए। बैठक में फैसला लिया गया कि सफीदों मंडी के आढ़ती अपने-अपने एच रजिस्टर एवं लाईसेंस मार्किट कमेटी को सौंप देंगे। आढ़तियों का कहना था कि वे पिछले काफी दिनों से हड़ताल पर है और जब तक उनकी मांगे स्वीकार नहीं कर ली जाती तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। कोई भी आढ़ती सरकार की ओर से निर्धारित अनाज मंडी व खरीद केंद्रों पर किसानों की गेंहू की फसल नहीं डलवाएंगा। इसके अलावा मार्किट कमेटी को किसानों की कोई सूचि नहीं दी जाएगी। बैठक में यह भी कहा गया कि सभी आढ़तियों के रजिस्टर एवं लाईसेंस पहले प्रधान की दुकान पर इक_ा होंगे और उसके उपरांत वे मार्किट कमेटी को सौंप दिए जाएंगे। इस आशय को लेकर नई व पुरानी अनाज मंडी में मुनादी भी करवाई गई। मुनादी के उपरांत आढ़तियों ने अपने रजिस्टर व लाईसेंस प्रधान की दुकान पर भेजने शुरू कर दिए। अपने संबोधन में कच्चा आढ़ती संघ के प्रधान अनुज मंगला ने कहा कि एक साजिश के तहत हरियाणा सरकार ई ट्रेडिंग के नाम पर प्रदेश के आढ़तियों व किसानों के बीच के अटूट रिश्ते को तोडऩा चाहती है। उन्होंने कहा कि बहुत पुराने समय से आढ़ती व किसान के बीच भाईचारे व सौहार्द का रिश्ता है और उनका चोली-दामन का साथ है। किसान आढ़ती की दुकान पर फसल लाता है और आढ़ती उस फसल को बिकवाता है। उसकी पेमैंट खरीददार की ओर से आढ़ती को आती है और आढ़ती की मार्फत किसान को भुगतान किया जाता है। अब सरकार ई ट्रेडिंग के नाम पर किसानों व आढ़तियों के सामने हर रोज नए-नए संकट पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनहितैषी होना चाहिए, ना कि जनभावनाओं पर कुठाराघात करना चाहिए। प्रदेश सरकार आढ़तियों को बर्बाद करने पर तुली हुई है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Aluminium scrap utilization Aluminium waste treatment Forecasting in metal recycling industry
Scrap metal recovery processing Ferrous waste recovery solutions Iron salvage depot
Ferrous material recycling community outreach, Iron scrap salvage center, Scrap metal depots