सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
अप्रैल मास में 21 भाग्यवती कन्याओं के सामूहिक विवाह के लिए दुर्गा मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठेे दिन महारास, कंस वध व रूकमणी मंगल कथा का मनोहारी वर्णन प्रसिद्ध कथा वाचक अमृता प्रिया ने किया। उन्होंने बताया कि आत्मा ही गोपी है। आत्मा से परमात्मा का मिलन ही परमानंद प्रदान करता करता है और यही महारास है। महारास में देह का कोई स्थान नहीं है। महारास के दौरान सुनाये गए भजनों ने सभी को झूमने पर विवश कर दिया। कंस वध व रुकमणी मंगल की कथा का बखान भी लीक से हटकर दार्शनिक रूप से किया गया। सुरेन्द्र भजन मंडली व ढीगंडा ग्रुप की झांकी ने कथा में समां बांध दिया। इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान शाखा नरवाना द्वारा किए गए कार्यों को भी पर्दे पर दिखाया गया। संयोजक धर्मपाल गर्ग ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य दिव्यांग जनों व गंभीर बीमारी से पीडि़त व्यक्तियों को बेहतर इलाज मुहैया करवाना है। इस मौके पर दिव्यांग को व्हील चेयर दी गई। इस अवसर पर शहर की तेरह मेधावी छात्राओ को सम्मानित करके बेटी बचाओ बेटी पढाओ का संदेश दिया गया। इस अवसर पर राहुल सिंगला, मनोज शर्मा, महावीर गुप्ता, अचल मित्तल, केसी मित्तल, विनोद धीमान व अन्नु रानी इत्यादि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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