आपने अक्सर पुलिस (Madhya pradesh police) को किसी सेलिब्रिटी या नेता की सुरक्षा करते हुए देखा होगा. लेकिन मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक मजदूर (laborer) के साथ 24 घंटे एक पुलिस (MP Police) का जवान सुरक्षा में तैनात रहता है. आपको जानकार हैरानी होगी की ये सब हाईकोर्ट के आदेश पर किया जा रहा है. यानी मजदूर को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए हाईकोर्ट ने कहा है.
जानकारी के अनुसार मजदूर का नाम तुलसीदास अहिरवार है जो मूलरुप से टीकमगढ़ जिले के मवई गांव का रहने वाला है. लेकिन फिलहाल वो दिल्ली में रहता है और यहां मजदूरी करता है. जब भी मजदूर दिल्ली से टीकमगढ़ आता है तो एक पुलिस जवान उसकी सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहता है. क्योंकि मजदूर ने अपनी जान को खतरा बताते हुए हाईकोर्ट से सुरक्षा मांगी हुई है.
जानकारी के अनुसार मामले की शुरुआत साल 2017 में हुई थी. जब मवई गांव के बैंक मैनेजर कुमार जैन ने केसीसी की लिमिट बढ़ाने के लिए घसिया अहिरवार नाम के युवक से 4 हजार रुपए की रिश्वत ली थी. जब ये बात घसिया के भतीजे तुलसीदास को पता चली तो उसने जबलपुर में जाकर सीबीआई से शिकायत की. इसके बाद सीबीआई ने बैंक मैनेजर पर नजर रखना शुरू कर दिया और रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. इस मामले में सीबीआई की कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
बैंक मैंनेजर और उसके साथियों ने तुलसीदास पर लगातार बयान बदलने का दबाव बनाया लेकिन वो नहीं माना. इस बीच तुलसीदास के भतीजे शंकर अहिरवार का शव जंगल में एक पेड़ पर लटका मिला. तुलसीदास ने मामले में बैंकर मैंनेजर पर हत्या का आरोप लगाया और जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की. याचिका में तुलसीदास ने कहा कि आरोपी ने उसके भतीजे को मार दिया है. वो अब मुझे भी जान से मारने की धमकी दे रहा है. मेरी जान खतरे में है, इसलिए मुझे सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
इस महीने 4 अगस्त को जबलपुर हाईकोर्ट के जज संजय द्विवेदी ने सुनवाई करते हुए टीकमगढ़ पुलिस को आदेश दिया है कि तुलसीदास की सुरक्षा में एक पुलिस का एक जवान तैनात रहेगा. इस लिए वो जब भी मामले की सुनवाई के लिए टीकमगढ़ आता है उसके साथ दिल्ली पुलिस का जवान तैनात रहता है.
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