सत्यखबर, नई दिल्ली
पांच राज्यों की पुलिस जिसे तलाश कर रही थी वो भी एक, दो, पांच या दस सालों से नहीं बल्कि 40 सालों से, वो सरायकेला में पकड़ा गया है । झारखंड पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो चार दशक से कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था । वह 40 सालों से वान्टेड था । जिसे पकड़ना बिहार, झारखंड पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों की पुलिस के लिए चुनौती थी । जिसके उपर 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे और वह एक करोड़ का इनामी था उसे सरायकेला पुलिस ने शुक्रवार को अपनी गिरफ्त में ले लिया है । शुक्रवार को सरायकेला-खरसावां में पुलिस ने भाकपा माओवादियों के शीर्ष पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ मनीष, उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी शीला मरांडी समेत चार माओवादियों को गिरफ्तार कर लिया है । प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी है । वहीं, उसकी पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है । वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है ।
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टोलनाका पर पकड़ में आया बूढ़ा
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने प्रशांत बोस के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी । इसके बाद सरायकेला पुलिस ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी से प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य और कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया है । शुक्रवार को यहां पलिस ने स्कॉर्पियो से जा रहे 74 साल के बूढ़ा और उसकी पत्नी को बड़ी सहजता से गिरफ्तार कर लिया है । पुलिस ने उसके टोलनाका पहुंचने से पहले ही उसकी घेराबंदी कर ली था और उसे जानबूझकर टोलनाका तक आने दिया था तांकि उसके भागने की कोई गुंजाइस नहीं रहे । आपको बता दें कि झारखंड पुलिस ने प्रशांत बोस पर एक करोड़ का इनाम भी रखा था । वहीं उस पर अकेले झारखंड में 70 से अधिक माओवादी कांड दर्ज है ।
पिछले कई सालों से थी बूढ़ा की तबीयत खराब
बताया जा रहा है कि प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा की तबीयत पिछल कई सालों से खराब थी । इसके बाद भी वह संगठन में सक्रिय था । इस दौरान वह कोल्हान से पारसनाथ जाकर रह रहा था । पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों के द्वारा एनएच 2 तक लाया जाता था । इसके बाद कुरियर के द्वारा प्रशांत बोस को कोलकाता ले जाया जाता था । मूल रूप से पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाले बूढ़ा ने ही झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओड़िसा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में संगठन को खड़ा किया था । गिरफ्तारी के बाद बूढ़ा उसकी पत्नी और उसके साथियों को गुफ्त जगह पर रखकर पूछताछ की जा रही है ।
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