सत्यखबर तरावड़ी (रोहित लामसर) – सरकार द्वारा भले ही वाहनों की गति को नियंत्रित कर दिया गया हो कोई भी वाहन अगर निर्धारित सीमा से अधिक गति से वाहन को दौड़ाता है तो उसका चालान भी काटा जाता है, लेकिन यह सब बातें कागजों में सीमिति होकर रह गई है, क्योंकि ओवरस्पीड के कारण जो हादसे हो रहे हैं, उनके आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि सरकार और प्रशासन वाहनों की गति पर लगाम कसने में नाकामयाब साबित हुआ है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक महीने में इस ओवरस्पीड के कारण 14 से ज्यादा हादसे हुए ओर पांच से ज्यादा लोगों की जान चली गई। सरकार भले ही स्पीड गर्वनर रखने की बात करती हो, लेकिन वो भी कितने कारगार साबित हो रहे हैं।
इसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि अकेले तरावड़ी कस्बे में इस बेलगाम स्पीड के कारण कितने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। आपको बता दें कि तरावड़ी में ओवरलोड एवं ओवरस्पीड वाहनों पर लगाम कसने में पुलिस और प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। तरावड़ी कस्बे की हर सडक़ों पर ओवरलोड बेलगाम दौड़ रहा हैं, लेकिन आज तक भी इस मामले में कोई कार्रवाई नही की गई। तरावड़ी के राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर सौंकड़ा रोड, लल्याणी रोड, नड़ाना रोड व अंजनथली रोड पर ओवरलोड व ओवरस्पीड पर कोई चैकिंग प्वाईंट नही है। इसी कारण से यहां पर ओवरलोड बेलगाम होकर हादसों का कारण बन रहा है। आपको बता दें कि तरावड़ी कस्बे में ही एक महीने में 14 से ज्यादा हादसे घटित हो गए। जिसमें पांच से ज्यादा लोगों को जान गंवानी पड़ी। अभी तीन जनवरी को ही तेज रफ्तार एक कार चालक की लापरवाही से तरावड़ी निवासी सनम को अपनी जान गंवानी पड़ी।
दो जनवरी को मनाली से घुमकर अपने घर की तरफ लौट रहे पांच दोस्त नींद की झपकी के कारण हादसे का शिकार हो गए थे, जिसमें पांचों घायल हुए थे। इससे पहले नव वर्ष की सुबह भी तीन वाहनों की आपस में टक्कर हुई थी, जिसमें कई लोगों को मामूली चोटें आई थी। वहीं इससे कुछ दिन पहले नड़ाना और लल्याणी रोड पर अलग-अलग सडक़ हादसे में ट्रक और मोटरसाईकिल की टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं दूसरी ओर गुरुद्वारे के एक गं्रथी की भी जान उस समय चली गई थी कि वह एक महिला को लिफ्ट देकर तरावड़ी की ओर आ रहे थे तो तरावड़ी अनाज मंडी गेट के पास हादसे का शिकार हुए थे। इस हादसे में ग्रंथी और महिला की भी मौत हो गई थी।
तेज रफ्तार से दूसरी की जान भी मुसीबत में
तेज रफ्तार हमेशा हादसों का कारण बनती है। लापरवाही से हम क्यों अपनी जान के दुश्मन बनें। क्यों न हम वाहनों की रफ्तार को कम करें, क्योंकि वाहनों पर चलते हुए हमारा घर पर भी इंतजार होता है। एक मिनट की लापरवाही से बड़ा हादसा घटित न हो, इसके लिए हमें जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। हमें चाहिए कि हम वाहन पर धीरे चलें, सुरक्षित चलें और सतर्क रहें। सडक़ सुरक्षा अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर रहे जय मां सेवा मंडल के अध्यक्ष रामपाल लाठर ने कहा कि ओवरस्पीड हमेशा हादसों को न्यौता देती है। हमें यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। वाहनों को धीमी गति से चलाएं, ताकि कोई हादसा न हों।
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