सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – नगर के ऐतिहासिक महत्व के खानसर तीर्थ पर नगर के समाजसेवियों ने एकत्रित होकर समाज की समृद्धि व पर्यावरण की शुद्धता की कामना के साथ त्रिवेणी लगाई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता त्रिवेणीमैन सतीश शर्मा ने की। इस मौके पर समाजसेवी कैलाश गुप्ता व महेंद्र सिंह मक्कड़ समेत नगर के गण्यमान्य लोगों ने शिरकत की। अपने संबोधन में सतीश शर्मा ने कहा कि त्रिवेणी ब्रह्मा, विष्णु व महेश की प्रतीक है। केवल त्रिवेणी लगाना ही नहीं, बल्कि उसकी देखभाल करना भी हमारा कर्तव्य है।
पेड़ हमारा जीवन है और मानव पेड़ों के बिना जिवित नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि पीपल, बरगद व नीम का पेड़ सामाजिक महत्व के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी रखते हैं। त्रिवेणी को शास्त्रों में स्थाई यज्ञ की संज्ञा दी गई है। इसलिए हमें इन तीनों पौधों को एक साथ त्रिवेणी के रूप में अपने घरों व मिलों में स्थापित करना है, क्योंकि यह हमारे घर में सुख-समृद्धि को बढ़ाने के साथ ही कारोबार में भी उन्नति प्रदान करते हैं। वन, जलवायु और पर्यावरण सभी के सांझे सरोकार हैं और इन सांझे सरोकारों का निर्वाह करना भी हम सभी का दायित्व है।
समाज के केवल बरकत हो इसका एकमात्र उपाय त्रिवेणी लगाना है। जहां त्रिवेणी लगी होती है वहां हर पल-हर क्षण सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह चलता रहता है। जैसे-जैसे यह त्रिवेणी बढ़ती है वैसे-वैसे समाज में सुख-स्मृद्धि बढ़ती है और पर्यावरण संतुलित होता है। उन्होंने कहा कि हर इंसान के थोड़े-थोड़े योगदान से एक बड़ी चीज का निर्माण होता है। जब एक बीज बोते हैं तो उसे भी बढने में समय लगता है।
इस मौके पर मुख्य रूप से कैलाश गुप्ता, महेंद्र सिंह मक्कड़, सतीश शर्मा, राकेश गोयल, प्रवीन मित्तल, जयप्रकाश गोयल, शिवचरण कंसल, प्रवीन जैन, पवन सिंगला, बिट्टू गर्ग, संजय देशवाल, पंकज जैन, डा. अशोक गर्ग, लक्ष्मीनारायण सिंगला, विपिन जैन व जोगा राम बंसल सहित काफी तादाद में गण्यमान्य लोग मौजूद थे।
Aluminium scrap trading strategies Aluminium recycling governance Metal scrap consolidation