सत्य खबर, नई दिल्ली
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की वजह से ऑक्सीजन की किल्लत सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है। जिसके देखते हुए आज स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कमान अपने हाथों में लेते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता को तेज करने के लिए आज कई मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के अलावा अस्पतालों में रोगियों की देखभाल के लिए आवश्यक उपकरणों की तत्काल आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों से कहा कि वो ऑक्सीजन और मेडिकल सप्लाई को बूस्ट करने के लिए तालमेल से काम करें, इसकी बेहद ज्यादा जरूरत है।
वहीं आक्सीजन पर मचे हाहाकार के बाद भारत सरकार ने जानकारी दी कि ऑक्सीजन और ऑक्सीजन से संबंधित उपकरणों के आयात पर अगले तीन महीनों तक के लिए तत्काल प्रभाव से कस्टम ड्यूटी हटा दी है। इसके अलावा स्वास्थ्य सेस को भी हटाने का फैसला लिया गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने राजस्व विभाग को निर्देश दिए हैं कि ऐसे उपकरणों के कस्टम क्लियरेंस को सुनिश्चित करें। इसके अलावा भारत सरकार ने यह भी कहा कि अगले तीन महीने कोरोना वैक्सीन के आयात पर तत्काल प्रभाव से बेसिक कस्टम ड्यूटी को हटाने का फैसला लिया गया है।
इसी बीच केंद्र सरकार ने 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन आयात करने का फैसला भी किया है। देश में जारी ऑक्सीजन कट से निपटने के लिए शनिवार को यह निर्णय लिया गया। संभवत: अगले सप्ताह से अमेरिका से ये मिलने लगेगी। बता दें कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खुली हवा से ऑक्सीजन तैयार कर सप्लाई करती है। यह मशीन सीधे हवा से प्रति मिनट पांच लीटर मेडिकल ऑक्सीजन तैयार करती है। इसके लिए सिलेंडर की जरूरत नहीं रहती।
यह भी पढें:- अवैध शराब की 50 पेटियों व 15 पेटी बीयर सहित एक आरोपी काबू
मरीज को मशीन से लगातार ऑक्सीजन मिलती रहती है। इसलिए आक्सीजन तैयार करने के झंझट से बचने के लिए भारत सरकार ने यह मशीनें खरीदने का निर्णय लिया है। वहीं बैठक में पीएम मोदी ने सभी से आह्वान किया की वह अपनी क्षमता से बढक़र कोरोरा की इस महामारी के दौर में सरकार की सहायता कर इंसानियत का परिचय दें तथा अपने स्तर पर जरूरतमंदों की सहायता करें।
Aluminium recycling methods Aluminium extrusion scrap recycling Scrap metal exports