कार्यकत्र्ता को घर-घर जाकर वोट मांगने होंगे, क्योंकि बिना मांगे वोट चाहने से भी नहीं मिलते – मनोहर लाल
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
जाट धर्मशाला मेें भाजपा कार्यकत्र्ता पन्ना प्रमुख सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप मेें मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, सिरसा लोकसभा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल विशेष तौर पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पन्ना प्रमुखों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में 85 करोड़ मतदाता उत्सव में भाग ले रहे हैं। इसलिए सभी लोग जनता को जागरूक करने का काम करें। उन्होंने कहा कि कार्यकत्र्ताओं की डिमांड थी कि नरवाना मेें कार्यकत्र्ता सम्मेलन किया जाये। इसलिए उनके बुलावे पर यहां आये हैं। उन्होंने कहा कि 50 साल का चुनाव था, वो हल्ला का होता था, लेकिन अब समय बदल गया है। जिससे एक परिवार में रहने वाले अलग-अलग पार्टी को वोट देते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में किसी भी इलाके में भेदभाव देखने को नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि पेहवा, कैथल, उकलाना, बरवाला, नरवाना आदि विधानसभ में भाजपा के विधायक नहीं हैं, फिर भी समान रूप से विकास कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 10 साल से इनैलो का विधायक था, लेकिन उसकी कोई विकास मेें रूचि नहीं थी। उसी प्रकार रणदीप सुरजेवाला 10 साल महत्वपूर्ण पद पर रहा, लेकिन उन्होंने इलाके के विकास के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि रणदीप सुरजेवाला विधायक होते हुए भी जींद में उपचुनाव लडऩे गये और जनता ने उनको सबक सिखा दिया। उन्होंने कहा कि रणदीप सुरजेवाला के शासन काल मेंं विकास नाम की कोई सोच नहीं थी, बल्कि सत्ता सुख को भोगता है। यहीं नहीं उल्टे-सीधे ढंग से भ्रष्टाचार की गंगा बहा दी जाती है। उन्होंनें कहा कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर समान विकास हो रहा है। जहां पहले सिफारिश के आधार पर नौकरियां मिलती थी और जो पहले मेरिट लिस्ट होती थी, वो फाड़ दी जाती थी और अपनी ओर से दूसरी मेरिट लिस्ट बना दी जाती थी। जिससे एक ओर पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला 10 साल की सजा भुगत रहा है और दूसरा भ्रष्टाचार के केस को लड़ रहा है। उन्होंने कांगे्रस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की एक नेता स्पीकर को पत्र लिखकर प्रतिपक्ष अध्यक्ष का पद मांगती है, तो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बैठक करने के बाद प्रतिपक्ष चुनने की बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि जब सभी संगठित नहीं हो पाये, तो मुख्यमंत्री की कुर्सी पाना भी आसान नहीं है। उन्होंनें कहा कि लोगों का विश्वास जीतने के लिए लोगों के बीच जाना होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकत्र्ताओं को घर-घर जाकर वोट मांगने होंगे, क्योंकि बिना मांगे वोट चाहने से भी नहीं मिलते। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार कितना भी अच्छा क्यों न हो, लेकिन हलके में वोट जरूर मांगने पड़ेगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव तक वोटर का पीछा नहीं छोडऩा है। क्योंकि वोट मांगने से व्यक्ति का मन बदल जाता है। इस अवसर पर अमरपाल राणा, जवाहर सैनी, टेकराम कंडेला, जोरासिंह बडनपुर, स्वामी राघावनंद, सीताराम बागड़ी, सुमन बेदी, हरेंद्र डूमरखां, नसीब दनौदा, अमित ढाकल, रीछपाल शर्मा, बलविंद्र धीमान, मनदीप चहल, अचल मित्तल, सुरेंद्र नम्बरदार आदि मौजूद थे।
शिरोमणि अकाली दल और भाजपा ने साथ चुनाव लडऩे का किया ऐलान
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रैस कांफ्रेस मेें पत्रकारों से बातचीत मेें बताया कि शिरोमणि अकाली दल के राज्यसभा सांसद बलविंद्र सिंह भुंदड़, कालावांली से विधायक स.बलकौर ङ्क्षसंह, सगनजीत सिंह सौथा, वीरभान सिंह मेहता, बीबी करतार कौर आदि ने मन बनाया है कि पंजाब, उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों की तरह हरियाणा में भी भाजपा पार्टी के साथ लोकसभा व विधानसभा के चुनाव मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के साथ सामाजिक एकता के साथ राजनीतिक एकता भी बनी रही। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनाकर कांगे्रस व अन्य घटक दलों को उखाडऩे का काम किया जायेगा। राज्यसभा सांसद बलविंद्र सिंह भुंदड़ ने कहा कि पंजाब, उत्तरांचल, दिल्ली में समझौता है, तो हरियाणा में भी समझौता होना चाहिए। इसलिए लोकसभा व विधानसभा का चुनाव इकट्ठे लड़ें, क्योंकि भाजपा ने अकाली दल का साथ दिया था, तो सभी जगह इकट्ठे चलना चाहिए। उन्होंने कहा भाजपा व शिरोमणि अकाली दल एक परिवार की तरह है, इसलिए इकट्ठे रहने से प्रदेश, देश और समाज का भला होगा। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जब अन्य पार्टियों से मदद मिलती है, तो लाभ होता है। इसलिए लोगों ने मन बना लिया है कि प्रधानमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में ज्यादा से ज्यादा पार्टी सीटें जीतेंगी। उन्होंने लोकसभा की बाकी बची 2 सीटों पर पूछे गये सवाल के बारे में कहा कि अभी अकाली दल इन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी, इस बारे में पार्टी के प्रधान सचिव को रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि 5 साल के उपलब्धियों के आधार पर भाजपा लोकसभा की सीटें जीतेंगी। उन्होनेेंं कहा कि प्रशासनिक योजनाओं का लाभ, नौकरियों में पारदर्शिता, उज्जवला योजना का लाभा हर वर्ग को मिला है। इसके लिए क्षेत्रीय भेदभाव को समाप्त कर दिया गया है।