सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव ढ़ाकल के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में पराली जलाने के विरूद्ध जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पर्यावरण संरक्षक सोनाली श्योकंद ने विशेष रूप से भाग लेते हुए किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया। उन्होंंने विद्यार्थियों को अपने जन्मदिवस पर एक पेड़ लगाने, उसकी देखभाल करने व पॉलिथीन बैग का प्रयोग न करने की शपथ दिलवाई। सोनाली श्योकंद ने कहा कि पराली जलाने पर किसानों को जुर्माना नहीं, बल्कि समाधान चाहिए। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाजे हुए कहा कि सरकार दुश्मनों को डराने के लिए अरबों रूपये के राफेल तो खरीद रही है, लेकिन किसानों को पराली न जलानी पड़े, इसके लिए कोई ठोस समाधान नहीं ढूंढ पा रही है। उन्होंने किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि पराली जलाने से न केवल जमीन की उर्वरा शक्ति का हस होता है, बल्कि इससे वायु प्रदूषण का खतरा भी बढ़ता है। सोनाली ने कहा कि सरकार पराली जलाने वालों पर तो कार्रवाई कर रही है, लेकिन कारखानों से निकलने वाले धुएं पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
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बता दें कि सोनाली श्योकंद ने गत 2016 में पराली जलाने पर अपने पिता शमशेर श्योकंद की शिकायत कृषि विभाग में कर दी थी, जिससे उसके पिता पर विभाग ने 2500 रूपये का जुर्माना लगा दिया था और सरकार ने सोनाली की प्रशंसा करते हुए उसे पर्यावरण संरक्षक का अवार्ड प्रदान ि
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