सत्य खबर, चण्डीगढ़
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों द्वारा अन्य राज्यों में तूड़ी बेचने पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का विरोध किया है। हुड्डा का कहना है कि गेहूं सीजन में किसान पहले ही बड़ा घाटा झेल चुके हैं। इस बार बेमौसमी बारिश और गर्मी के जल्द आगमन के चलते प्रति एकड़ 5 से 10 क्विंटल गेहूं की पैदावार कम हुई है। कई जगह पर किसान की पूरी तो कई जगह आधी फसल बर्बाद हो गई। ऐसे में कुछ किसान तूड़ी बेचकर जैसे-तैसे अपने नुकसान की भरपाई कर रहे हैं। लेकिन सरकार किसानों से यह हक भी छीन रही है। दूसरी तरफ ना गेहूं का उठान हो रहा है मंडियों में और ना समय पर अदायगी ही कर रही है गठबंधन सरकार ।
हुड्डा ने कहा कि सरकारी अधिकारियों द्वारा जबरन किसानों की ट्रैक्टर-ट्रॉली को जहां-तहां रुका जा रहा है और किसानों से सस्ते दाम पर तूड़ी की लूट की जा रही है। जबकि किसान को अपनी तूड़ी कहीं भी बेचने की आजादी होनी चाहिए।
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक देश, एक मार्केट की बात करने वाली बीजेपी-जेजेपी सरकार अब अन्यों में तूड़ी बेचने पर भी आपत्ति जता रही है। सरकार को किसानों के खिलाफ लिए गए अपने इस तानाशाही फैसले को वापस लेना चाहिए। विपक्ष इसका हर स्तर पर विरोध करेगा।
हुड्डा ने कहा कि किसानों को आज सरकारी प्रतिबंधों की नहीं बल्कि मदद की दरकार है। सरकार को किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए उन्हें गेहूं पर प्रति क्विंटल ₹500 बोनस देना चाहिए। लेकिन बार-बार मांग किए जाने के बावजूद सरकार मानने के लिए तैयार नहीं है। ऊपर से किसानों को और घाटे में धकेलने के लिए नए फरमान सुनाए जा रहे हैं।
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