सत्य खबर, चण्डीगढ़। किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 702 किसानों की सूची संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार को भेज दी है। इसमें हरियाणा के 17 जिलों के 114 मृतक किसानों के नाम भी हैं। मुआवजे की प्रकिया के तहत किसान आंदोलन में हादसों में मारे गए मृतकों का डाटा एजेंसियों ने संबंधित क्षेत्रों से जुटाना शुरू कर दिया है।
किसान आंदोलन 380 दिन चला। आंदोलन के दौरान मृतक किसानों में सबसे ज्यादा जींद के किसान हैं। जींद के 17 किसानों की मौत हुई। इसके बाद हिसार और झज्जर के 12-12 किसानों की मौत हुई है। जबकि रोहतक और कैथल जिले के 11 किसान आंदोलन के दौरान मारे गए।
सोनीपत के 9, फतेहाबाद के 9, रेवाड़ी के 2, पलवल, पंचकूला, अंबाला का एक-एक, कुरुक्षेत्र के 3, सिरसा के 6, पानीपत के 4, यमुनानगर के 2, करनाल के 7, भिवानी के 6 किसानों की मौत आंदोलन के दौरान हुई है। इसके अतिरिक्त 9 किसान गंभीर रुप से घायल हैं। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि हमने 114 मृतक किसानों की सूची मोर्चा के माध्यम से सरकार के पास भेजी है।
आंदोलन के दौरान गंभीर घायल
आंदोलन के दौरान किसान गंभीर रुप से घायल भी हुए। इसमें कुरुक्षेत्र के जयभगवान की दोनों टांगे टूट गई। कुरुक्षेत्र के महेंद्र सिंह को हार्ट अटैक के बाद पैरालाइज हो गया। कैथल के सोमनाथ का एक्सीडेंट हो गया। कैथल के मंदीप, रोहतक के सुमीत डागर, अंबाला के रविंद्र पाल सिंह, हिसार के कुलदीप सिंह गंभीर रुप से घायल हुए। पानीपत के कृष्ण सिंह को ब्रेन हेमरेज हो गया। जबकि फतेहाबाद के पलविंद्र सिंह का हाथ कटने से वह अपंग हो गया।
ये हैं 114 मृतक किसान
सोनीपत का अजय मोर, कुलबीर, राजेंद्र सरोहा, सतीश, राजबीर, दिलबाग, राजेश, मनोज शर्मा, राजेंद्र पन्नू
फतेहाबाद का ईश्वर सिंह, हरपाल सिंह, साधुराम शर्मा,अमरबीर,शमशेर सिंह, संदीप, करनैल सिंह, सुखविंद्र, कौर सिंह
रेवाड़ी के फतेह सिंह, राजबीर सिंह, पलवल का गिरिराज, पंचकूला के कुलविंद्र सिंह, कुरुक्षेत्र के सुरेंद्र सिंह, जयभगवान, पालीराम,
सिरसा के कमलजीत, कुलदीप सिंह, गोपाल राम, दर्शन सिंह, सुखदेव सिंह, जंगशेर सिंह, अंबाला का गुलजार
पानीपत के हरेंद्र, हरजीत, दलबीर सिंह, भूपेंद्र सिंह; यमुनागर के हरमनदीप, रणदीप; भिवानी जिले से सतपाल, बिंजा, हीरा सिंह, अजीत सिंह, सतबीर सिंह, धर्मवीर सिंह
करनाल के जसबीर सिंह, हरेंद्र सिंह, बाबा राम सिंह, प्रेम सिंह, राजेश चहल, शीशपारल, सुरेंद्र; कैथल के अमरपाल सिंह ढुल, रामकुमार, बलदेव सिंह ढुल, अजय ढुल, मेवा सिंह पूनियां, जसप्रीत, दिलबाग ढुल, बीराराम, ठंडिया, दलीप, महावीर सिंह
रोहतक के देवेंद्र सिंह, तेज सिंह, दीपक, रामबीर, बलवान, रेलूराम, जयभगवान, सतबीर सिंह राठी, जगमोहन, ओमप्रकाश, मुकेश डागर; झज्जर के कर्मवीर, ओमवीर, प्यारेलाल, ननूराम, विक्रम सिंह, बीरेंद्र सिंह, कप्तान सिंह, राजपाल, रोमी कुमार, नंदराम, जसवीर सिंह, बिजेंद्र दलाल
हिसार के राम मेहर सिंह, राजबीर सिंह, महेंद्र सिंह, जयबीर, रसीदखान, रामचंद्र, सुमित कालीरमन, ज्ञानीराम, साधुराम शर्मा, संदीप, दिनेश सुरा, जोगेंद्र
जींद जिले के किताब सिंह चहल, रणबीर सिंह, रोशन सिंह, कर्मबीर सिंह, कर्ण सिंह, रलदूराम, इंद्र सिंहमार, चरणजीत सिंह, रामपाल, रादामान, कृष्ण, जगवीर, रणधीर, सतपाल,देवेंद्र पाल सिंह, ओमी, पवन के नाम मृतकों में शामिल हैं।
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