हरियाणा पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान आंसर शीट लीक करने के मामले में पुलिस ने 7 और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि सीआईए टीम द्वारा जींद जिले के उचाना और अन्य गांवों से 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोपियों में 4 युवकों का खुद का पेपर था और बाकी 3 तीन ने अपने सगे संबंधियों के लिए आंसर की मंगवाई थी। इन सभी को आरोपी रमेश ने ही आंसर की उपलब्ध कराई थी। एसपी ने बताया कि आरोपी रमेश कैथल में एक कोचिंग सैंटर चलाता है। यही शख्स छात्रों को आंसर की उपलब्ध करवा रहा था। उन्होंने बताया कि सभी सातों आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से 6 आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान ये सामने आया है कि गिरोह के सदस्यों द्वारा परीक्षा देने वाले कुछ युवकों को व्हाटसएप के माध्यम से जबकि कुछ को हाथों हाथ आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी।
उनमें से कुछ छात्रों द्वारा आंसर की सही होने पर बाद में पैसे देने की बात तय हुई थी, जबकि कुछ युवकों से एडवांस के तौर पर चैक भी लिए गए थे। पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने ये भी जानकारी दी कि कैथल सीआईए 1 की टीम 7 अगस्त को हरियाणा पुलिस सिपाही की लिखित परीक्षा के दौरान डयुटी पर थी। इस दौरान उन्हें गुप्त जानकारी मिली की शहर के माता गेट के पास एक स्वीफट गाड़ी में तीन युवक बैठे हैं जिनके पास परीक्षा की आंसर की है। पुलिस की तरफ से तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी में बैठे 33 वर्षीय संदीप, 25 वर्षीय गौतम और 27 वर्षीय नवीन नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया गया था। जांच के दौरान युवकों के कब्जे से परीक्षा की आंसर की भी बरामद कर ली गई थी। एसपी ने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी जांच के दौरान उनके गिरोह से जुड़े अन्य दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय रमेश जो कैथल जिले के गांव थुआ का रनहे वाला है और 26 वर्षीय राजेश को अंबाला से काबू किया गया है। एसपी ने बताया कि आरोपी रमेश कैथल में एक कोचिंग सैंटर चलाता है। फिर इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनके गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी ली गई। पुलिस ने मिली जानकारी के अनुसार कार्रवाई करते हुए हिसार के रहने वाले छठे आरोपी 31 वर्षीय नरेंद्र को सिरसा से गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी नरेंद्र द्वारा रमेश को 6 अगस्त की रात ही आंसर की उपलब्ध करवाई गई थी। आरोपी नरेंद्र द्वारा 1 करोड़ रुपए में डील करके आंसर की प्राप्त की गई थी जो रमेश और उसके अन्य साथियों द्वारा 12 से 18 लाख रूपए में आगे छात्रों को दी गई थी। उन्होंने बताया कि सभी 6 आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश किए गए जहां से 3 आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है जिनसे आगे की पूछताछ की जाएगी।
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