सत्यखबर
देश में कोरोना का कहर भी जारी है। इसी बीच पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एक आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि कोरोना के मरीजों के परिजनों की सुविधा के लिए आईसीयू कंट्रोल रूम बनाएं। आदेश देते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि इससे परिजन आईसीयू में भर्ती अपनों की मेडिकल स्थिति के बारे में जान सकेंगे। मरीजों के रिश्तेदारों की ओर से जा रही शिकायतों में भी कमी आएगी।
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बता दें कि हाईकोर्ट में एक अर्जी दायर की गई थी कि आईसीयू में भर्ती मरीजों की हालत के बारे में उनके परिवारों को जानकारी नहीं मिल पाती और न ही वे उनसे संपर्क कर पाते हैं। इसलिए कंट्रोल रूम बनाकर परिजनों की ऐसी शिकायतों को दूर किया जा सकता है।
हाईकोर्ट को बताया गया कि पीजीआई चंडीगढ़ में ऐसी व्यवस्था है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि पंजाब और हरियाणा को भी इस प्रकार की व्यवस्था करनी चाहिए।
सुनवाई के दौरान बताया गया कि चंडीगढ़ में एचआरसीटी टेस्ट 1800 रुपये में है। वहीं हरियाणा में निजी अस्पतालों में 2100 और लगभग इतना ही पंजाब में। चंडीगढ़ में आरएटी टेस्ट 500 और आरटी-पीसीआर 900 रुपये का है तो पंजाब में 350 और 450 रुपये है। हाईकोर्ट ने कहा कि तीनों राज्यों में दाम बराबर होने चाहिए और ऐसे में पंजाब की तर्ज पर चंडीगढ़ और हरियाणा को कोरोना से जुड़ी जांच का दाम दय करने का आदेश दिया है।
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