सत्यखबर, नई दिल्ली
प्रयागराज के बाघंबरी गद्दी मठ में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत से जुड़े मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक जिस दिन महंत ने कथित तौर पर आत्महत्या की थी उस दिन मठ में लगे सभी CCTV कैमरे आश्चर्यजनक रूप से बंद थे। इसी के चलते पुलिस को छानबीन करने में काफी दिक्कत आ रही है। उधर सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए कड़ियां जोड़नी शुरू कर दी हैं। रविवार को सीबीआई ने इस केस में गिरफ्तार तीनों आरोपियों का कस्टडी रिमांड मांगी है।एक हिंदी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बाघंबरी गद्दी मठ में कई जगहों पर HD CCTV कैमरे लगे हुए हैं। हालांकि पुलिस की जांच में सामने आया है कि ये महंत की मौत वाले दिन अचानक ही बंद हो गए थे । इसी के चलते घटना के दिन महंत पहली मंजिल के विश्रामकक्ष उस प्रतीक्षालय तक कैसे और कब पहुंचे इसका पता लगाने में काफी मुश्किलें आ रही हैं। पुलिस के पास घटना से जुड़े कई सवाल हैं जिनमें क्या उस कमरे में पहले से कोई मौजूद था? या फिर उनके आने के बाद कोई वहां दाखिल हुआ? के जवाब बेहद अहम हैं। जांच में पता चला है कि मठ के प्रवेश द्वार से लेकर उस कक्ष तक लगे कैमरों में इस घटनाक्रम से जुड़ी कोई रिकार्डिंग मौजूद नहीं है।
महंत के कमरे के सामने लगे 15 कैमरे बंद थे
पुलिस की पूछताछ में मठ के अन्य सेवादारों और और साधुओं ने कैमरे बंद होने की वजह बिजली का न होना बताया है। यह भी कहा जा रहा है कि कैमरों से जुड़ी एक डीवीआर मशीन कुछ दिन पहले ही खराब हो गई थी. पुलिस बिजली जाने को वजह इसलिए नहीं मान रही है क्योंकि मठ में 63 केवीए क्षमता का जेनरेटर भी मौजूद है। बाघंबरी मठ में लगे कुल 43 में से 15 ऐसे कैमरे घटना के दिन बंद पाए गए, जो महंत के आराम कक्ष से बाहर आने के बाद भूतल पर जहां शव मिला उस कक्ष से लेकर मठ के मुख्य प्रवेश द्वार तक का बड़ा हिस्सा रिकार्ड करते थे।
ये सभी कैमरे क्लाउड-9 कंपनी के थे और इनका मॉनीटर कंट्रोल महंत के निजी कक्ष में लगा है। फ़िलहाल इस कमरे को सीबीआई ने सील कर दिया है। हालांकि इन कैमरों से जुड़ी डीवीआर मशीन जिसे खराब बताया जा रहा है वह महंत के कक्ष के बाहर लगाई गई थी और घटना के बाद आनन-फानन उसे बाहर निकाल दिया गया था। पुलिस ने इस डीवीआर के बैकअप से छेड़छाड़ की भी आशंका जाहिर की है। इस डीवीआर से आठ से 10 दिन का बैकअप हासिल किया जा सकता है, लेकिन कैमरे कब से और कैसे निष्क्रिय हुए इसकी छानबीन की जा रही है।सीबीआई के मुख्य जांच अधिकारी केएस नेगी की ओर से दाखिल की गई अर्जी में मजिस्ट्रेट से 10 दिनों की कस्टडी रिमांड मांगी गई है। सीबीआई ने मुख्य आरोपी स्वामी आनंद गिरि, हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी रहे आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी की कस्टडी रिमांड मांगी है। महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
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कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया था। सीबीआई की ओर दाखिल की गई रिमांड अर्जी पर प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हो सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि आनंद गिरि के वकील सीबीआई की अर्जी का विरोध करेंगे। बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि 20 सितंबर को श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में ग्राउंड फ्लोर पर स्थित कमरे में फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे।
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