सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना के बड़े गांव उझाना के बेटे कुलदीप सिंह चहल को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का एसएसपी लगाया गया है। कुलदीप सिंह 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जिनको पहली नियुक्ति चंडीगढ़ में मिली। स्वभाव से हंसमुख व मिलनसार कुलदीप चहल ने पंचकूला में कार्यरत अपने लेक्चरर बड़े भाई सुरेश चहल के पास रहते चंडीगढ़ पुलिस की परीक्षा दी और उनका कठिन फिजिकल टेस्ट से गुजरते वहां चयन हो गया। साल 2005 में वे चंडीगढ़ पुलिस में एएसआई चयनित हो गए।
आसान नहीं था एएसआई से आईपीएस बनने का सफर
उनका एएसआई से आईपीएस बनने का सफर भी आसान नहीं रहा। क्योंकि आईपीएस की तैयारी करते समय उन्होंने कभी भी छुट्टी नहीं ली, जबकि अन्य नौकरियों की तरह पुलिस की नौकरी का ड्यूटी का कोई निश्चित टाइम भी नहीं होता। साल 1981 में गांव उझाना में जन्मे कुलदीप चहल ने स्कूली शिक्षा अपने गांव के स्कूल से पास की और कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री ली। बाद में अपने बड़े भाई के पास रहते हुए उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से एमए पास किया। आईपीएस बनने के बाद भी कुलदीप चहल का अपने पैतृक गांव में बराबर आना-जाना बना रहता है, बल्कि वह गांव में स्थापित प्रयास सेवा समिति से मिलकर सामाजिक कार्यों में भी भरपूर योगदान देते हैं। यहां तक की गांव में बने खेल स्टेडियम के रखरखाव के प्रति उनका काफी रुझान बना रहता है। उनका मानना है की पढ़ाई के साथ-साथ खेलों की भी जीवन में बड़ी महत्ता है। वे चाहते हैं कि मेरे गांव के युवा खेल आदि गतिविधियों में भाग लेकर कुछ नया करके दिखा सकते हैं और अपने गांव का नाम सुर्खियों में ला सकते हैं। अपने बचपन की बातों को याद करते हुए वे कहते हैं कि पिताजी साधुराम कहते थे कि बेटा स्कूल जाओ या ना जाओ लेकिन भैंसों को पानी पिलाना आदि घर के कामों को मत भूलना। शायद, कुलदीप को पिताजी की कही यही बातें उन्हें अधिक मेहनत करके कुछ बड़ा बनने की ओर खींच ले गई।
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