गांव डोहानाखेड़ा में नींद की गोलियां खाने से 5 बच्चों की तबीयत बिगड़ी
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव डोहानाखेड़ा के राजकीय उच्च विद्यालय के 7वीं कक्षा में पढऩे वाले 5 बच्चों द्वारा नींद की गोलियां खाने से तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। परिजन आनन-फानन में प्राइवेट वाहनों का प्रबंध बच्चों को नागरिक अस्पताल में लेकर आये। जहां डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। डॉक्टरों के अनुसार 5 बच्चों की हालत खतरे से बाहर है। मिली जानकारी के अनुसार गांव डोहानाखेड़ा वासी कार्तिक ने जैसा कि बताया कि वह गांव के सरकारी स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ता हैं। मंगलवार को सुबह जब वह स्कूल में आ रहा था, तो गांव के एक लड़के अमित ने उसको 8 गोलियां दी और उसकी बहन को देने की बात कही। जिसके बाद वह स्कूल मेें आ गया। स्कूल की आधी छुट्टी में जब वह इन गोलियों को डस्टबीन में डालने जा रहा था, तो उसकी कक्षा में ही पढऩे वाले अभिषेक ने उससे गोलियों के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि पेट के कीड़े मारने की गोलियों होंगी। इसके बाद अभिषेक उससे 3 गोलियां लेकर खा गया और उसके साथ ही उसने भी एक गोली खा ली। वहीं बाकि की चांद, आदित्य और साहित्य ने भी गोलियां खा ली। गोलियां खाने के तुरंत बाद गोलियों ने असर दिखाना शुरू कर दिया। जिससे सभी 5 बच्चों ने उल्टियां करनी शुरू कर दी और वे नींद के आगोश में जाने लगे। बच्चों को उल्टियां करते देख अध्यापकों पानी पिलाया और उनके परिजनों को सूचना दे दी। बच्चों के परिजन तुरंत स्कूल में पहुंचे और वे बच्चोंं को नरवाना नागरिक अस्पताल में ले आये। अभिषेक की ज्यादा तबीयत बिगडऩे पर परिजन उसको शहर के निजी अस्पताल में लेकर गये, जहां डॉक्टर ने उसकी गंभीर अवस्था को देखते हुए नागरिक अस्पताल में रैफर कर दिया। अस्पताल में बच्चों को इंजैक्शन लगाये गये और उपचार किया। फिलहाल बच्चों की तबीयत में सुधार हैं। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों की गलती व अध्यापकों की अनदेखी के कारण बड़ी घटना घट सकती थी। जब बच्चों की तबीयत बिगडऩे के बारे में खंड शिक्षा अधिकारी पवन भोला से फोन पर स्पष्टीकरण मांगना चाहा, तो वे जवाब देने से बचते नजर आये।
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बच्चों की तबीयत नींद की गोलियां खाने से बिगड़ी हैं। अस्पताल में उपचाराधीन 2 बच्चे अर्ध-मूच्र्छित अवस्था में हैं और तीन की हालत में सुधार हैं।
डॉ. हिमांशु
नागरिक अस्पताल नरवाना।