गांव ढ़ाकल की महिलाएं पानी की समस्या को लेकर बैठी धरने पर
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
गांव ढ़ाकल की महिलाओं ने पिछले लगभग दो महीनों से पानी न मिलने के कारण पब्लिक हैल्थ व लघु सचिवालय मेें जमकर हंगामा किया और मटके फोड़ पानी देने की मांग की और एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके पश्चात वे एसडीएम कार्यालय के गेट के बाहर बरामदे में बैठ गई और नारेबाजी की। लघु सचिवालय मेें नारेबाजी सुनकर अधीक्षक वीरेन्द्र दलाल ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी समस्या के लिए जन-स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता को अवगत करवा दिया गया है। बाद में वे कार्यालय के बाहर प्रांगण में बैठ गई और जन-स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के आने तक वहीं बैठे रहने का निर्णय लिया। महिलाओं पूनम, राजपति, पिंकी, बीरमति, शीला, सोना, संतोष रानी, मीना, सुमन, ज्योति आदि का कहना था कि उनके मोहल्ले सरोवा पत्ती में पानी की पाईपलाइन तो दबी हुई है, लेकिन पानी नहीं पहुंच रहा है। जिसके कारण उनके रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो उन्हें कोई बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।
जन-स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता ने लिया जायजा
लघु सचिवालय में गांव ढ़ाकल की महिलाओं द्वारा पानी की समस्या की समस्या के लिए किये जा रहे प्रदर्शन को देखकर जन-स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता हरभजन सिंह कर्मचारियों के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके गांव मेें पानी की सप्लाई पूर्ण रूप से चल रही है, लेकिन महिलाओं का कहना था कि उन्हें पानी नहीं मिल रहा है। इस पर कार्यकारी अभियंता गांव पहुंचे और उनकी समस्या का पूरी तरह से समाधान करवाने का आश्वासन दिया।
बाक्स
गांव ढ़ाकल मेें लगभग 80 प्रतिशत घरों में पानी पहुंच रहा है, लेकिन जिल घरों मेें पानी की समस्या है, उनके घरों तक भी 2-3 दिन में पानी पहुंच जाएगा। पानी न पहुंचने की मुख्य वजह कई घरों द्वारा पानी के बड़े कनैक्शन लेना है, जिसके कारण आगे पानी नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने ग्रामीणों ने पानी के वाल्व लगाने के लिए कहा है, ताकि सभी को पानी मिल सके।