सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
कहते हैं अगर लगन से मेहनत की जाए, तो गरीबी आड़े नहीं आती और व्यक्ति अपना मुकाम हासिल कर ही लेता है। ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है गांव धरौदी के साईकल पर फेरी लगाकर बर्तन बेचने वाले महीपाल बैरागी के बेटे अमित भारद्वाज ने, जिसने अपने पहले ही प्रयास में एचसीएस की परीक्षा पास कर गांव के साथ-साथ क्षेत्र का नाम रोशन किया है। जिसको लेकर पूरे इलाके में खुशी की लहर है। बता देें कि गांव धरौदी का महिपाल खेत की जमीन कम होने के कारण अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए पिछले चालीस वर्षों से साईकल पर गांव-गांव घूमकर बर्तन बेच रहा है। महिपाल के दो बेटों और एक बेटी ने भी पिता की मेहनत और सपनों को साकार करने के लिए खूब मेहनत की और बड़े बेटे अमित ने पिछले सात वर्ष से परिवार से दूर रहकर परीक्षाओं की तैयारी की। इससे पहले भी अमित ने आईएएस की परीक्षा दी थी, जिसका परीणाम बाकी है। इसके बाद एचसीएस की परीक्षा उसने पहले ही प्रयास में पास कर दी। एचसीएस अमित ने अपनी आरंभिक शिक्षा गांव के भारत स्कूल से प्राप्त की, उसके बाद 12वीं की परीक्षा नरवाना के आर्य स्कूल से पास की। तत्पश्चात बीटेक की शिक्षा लेकर चंडीगढ़ में आईएएस की परीक्षा की तैयारी में जुट गय। पिता महीपाल अपने बेटे की सफलता से खुश है और दो ही शब्द उनके मुंह से निकलते हैं कि भगवान की मेहर है।
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