सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना की मंडियों में 23 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक 20 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा पेमेंट नहीं की गई है। जिससे कच्चा आढ़ती व जमींदार दोनों परेशान हैं। यह कथन नरवाना फूड ग्रेन एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बंसल ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहे। उन्होंने कहा कि मजदूरी तक देने के लिए आढ़तियों के पास पैसे नहीं हैं। क्योंकि नरवाना मंडी के लगभग 138 करोड़ रुपए फूड सप्लाई व हैफेड की तरफ बकाया है। इसके साथ-साथ लिफ्टिंग 14.25 लाख कट्टों में से अभी तक 7.25 लाख कट्टों की हुई है। जिससे 7 लाख कट्टे मंडी में खराब मौसम के कारण खराब हो रहे हैं। जिस कारण एजेंसियां काफी ठीक गेहूं को भी वापिस भेज भेज रहा है। जबकि लिफ्टिंग खरीद एजेंसी ने करवानी होती है। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसी द्वारा 23 अप्रैल से 25 अप्रैल तक खरीदी गई कुछ गेहूं का भुगतान कुछ आढ़तियों को किया गया था, लेकिन वह भी खरीद पोर्टल के माध्यम से पेमेंट होने के कारण किसानों के खाते में नहीं पहुंची रही । एफसीआई द्वारा खरीदी गई गेहूं आढ़ती आरटीजीएस करवाता है, लेकिन सरकार द्वारा आरटीजीएस करवाने से मना कर रही है। जिससे किसान व आढ़ती दोनों परेशान हैं । सरकार किसानों व आढ़तियों दोनों के साथ अन्याय कर रही है।
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