सत्यखबर, कलबुर्गी
हौंसलों से ही उड़ान होती है। इस बात का सच कर दिखाया है कर्नाटक की एक महिला ने। गर्भवती महिला ने स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह को दरकिनार कर डीएआर पुलिस मैदान में न सिर्फ पुलिस सब-इंस्पेक्टर के लिए शारीरिक परीक्षा में भाग लिया बल्कि उसे क्वालीफाई भी किया। 24 साल की अश्विनी संतोष कोरे 10 सप्ताह की गर्भवती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीदर की एक इंजीनियर अश्विनी ने दो बार शारीरिक परीक्षण पास किया था, लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं कर सकी। इस बार वह गर्भवती होने के कारण दुविधा में थी कि शारीरिक परीक्षण में शामिल हो या नहीं। उनका कहना है कि उसके स्त्री रोग विशेषज्ञ ने सलाह दी थी कि ऐसा करना उसके लिए और पेट में पल रहे बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है।
वहीं बताया जाता है कि अश्विनी संतोष कोरे को होने वाले बच्चे की फिक्र थी, इसलिए उन्होंने अपनी गर्भावस्था का हवाला देते हुए अधिकारियों से 400 मीटर की दौड़ से छूट देने का अनुरोध किया, लेकिन अधिकारियों ने नियमों का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया। अश्विनी ने हार नहीं मानी उन्होंने 400 मीटर की दौड़ में भी शामिल होने का फैसला किया। उसने इसे 1.36 मिनट में पूर कर लिया। यही नहीं उन्होंने लंबी कूद, शॉटपुट जैसे सभी टेस्ट पास किए,हालांकि इस संबंध में नॉर्थ-ईस्टर्न रेंज के आईजीपी मनीष खरबीकर का कहना है कि उन्हें और चयन समिति के सदस्यों को उनकी गर्भावस्था के बारे में पता नहीं था। उनका कहना है कि कई गर्भवती उम्मीदवार चयन समिति को अपनी स्थिति के बारे नहीं बतातीं, उन्हें डर होता है कि शारीरिक परीक्षण की अनुमति नहीं मिलेगी।
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