सत्य खबर, जींद । जिले के नरवाना कस्बे के धनौरी गांव में पति पत्नी और बेटे की खुदकुशी मामले में थाना प्रभारी पवन कुमार पर गाज गिरी है। इस मामले में एसपी बिजेंद्र बिजारणिया ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है और उनकी जगह पर डॉ. सुनील कुमार को चार्ज सौंपा गया है।
इस मामले में मृतक ओमप्रकाश के छोटे भाई राजकुमार व अन्य स्वजन थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने पर संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं। बाकी सात आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से उनमें रोष है। स्वजन राजकुमार का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा तत्कालीन थाना प्रभारी पवन कुमार पर मामला दर्ज करना चाहिए.
थाना प्रभारी ने कहा था कि सोनू व अन्य पर हत्या का मामला दर्ज होगा, लेकिन उनके मरने के बाद थाना प्रभारी द्वारा सोनू को बेकसूर ठहराया जा रहा है। स्वजनों ने कहा कि जब सोनू जिंदा था, तो उसको दोषी बताया गया था और मरने के बाद बेकसूर हो गया।
उनकी एक ही मांग है कि दोषी को दोषी ठहराया जाए और सच्चाई को सामने लाया जाए। वे तत्कालीन थाना प्रभारी व अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर नरवाना में एएसपी कुलदीप से मिलेंगे और अगर वहां भी उनको ठोस आश्वासन नहीं मिला, तो वे आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।
एएसपी कुलदीप सिंह ने बताया कि गढ़ी थाना प्रभारी पवन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। अभी तक एक आरोपित अंकित की गिरफ्तारी की गई है, बाकी की गिरफ्तारी के लिए जांच जारी है। पीड़ितों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
Scrap aluminium end-of-life solutions Aluminum recycling industry Metal recycling yard