सत्य खबर, नई दिल्ली। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव अपने स्कूल की दोस्त रशेल गोडिन्हो के साथ शादी के बंधन में बंध गए हैं. रशेल उर्फ राजश्री से तेजस्वी की शादी राज्य की जात-पात की राजनीति में संदेश देती है. दरअसल समारोह की तस्वीरें पहली बार सामने आने के तुरंत बाद अंतर-जातीय, अंतर-धार्मिक, विवाह की अटकलें शुरू हो गईं थी. हालांकि इन सभी के बीच अभी तेजस्वी का हनीमून भी टल गया है.
तेजस्वी और राजश्री ने परिवार वालों की सहमति से प्रेम विवाह किया है. बताया जा रहा है कि अलग धर्म के होने की वजह से लालू प्रसाद पहले इस शादी के लिए राजी नहीं थे. लेकिन बेटे की जिद के आगे उन्होंने अपनी रजामंदी दे दी जिसके बाद 9 दिसंबर को मीसा मारती के फार्म हाउस पर दोनों ने शादी की. तेजस्वी की शादी गोपनीय रही. शादी के दिन तक लोगों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
सभी सात बहनों की शादी यादवों में हुई
ईसाई धर्म की रशेल से लालू के लाल की शादी ने इसलिए भी सबको हैरान कर दिया क्योंकि पहली बार लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के बच्चों में से किसी ने जाति या धर्म से बाहर शादी की थी. तेजस्वी की सभी सात बहनों की शादी साथी यादवों से हुई है. वहीं इस शादी के बाद जाति और धर्म को लेकर यादव परिवार पर सवाल उठाए गए थे.
“अब जातिगत जनगणना की मांग न करें तेजस्वी”
हाल ही में एमएलसी और पंचायत राज मंत्री सम्राट चौधरी ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी. राजद के आग्रह पर कि केंद्र के जाति जनगणना पर डेटा जारी करने पर चौधरी ने कहा कि “तेजस्वी को अब जातिगत जनगणना की मांग नहीं करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने अपनी जाति और धर्म से बाहर की लड़की से शादी की … क्या तेजस्वी अब हमें बताएंगे कि वह किस समुदाय से हैं, उनके माता-पिता के धर्म से या उनकी पत्नी के धर्म से?
पहले कयास लगाया जा रहा था कि 9 दिसंबर को नेता प्रतिपक्ष की सगाई होने वाली है. लेकिन इस दौरान किसी को उनके होने वालीदुल्हन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हलांकि लालू परिवार में शहनाई बजने वाली है इसको तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्या ने कंफर्म कर दिया था. रोहिणी ने ट्वीट किया था ई के सिर पर सेहरा है सजने वाला खुशियों से गुलजार घर का आँगन है होने वाला. इसके बाद 9 दिसंबर को शादी के बाद रोहिणी ने ही अपनी भाभी का नाम रेचल भी सबको ट्वीट कर बताया था. दिल्ली में शादी के बाद अब तक उन्होंने रिसेप्शन नहीं दिया है. दरअसल 15 दिसंबर से खरमास शुरू हो गया है. 15 जनवरी तक चलने वाले खरमास में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. यही वजह है कि अब तक तेजस्वी यादव ने रिसेप्शन नहीं दिया है.
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