सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
भारतीय संस्कृति की भी अपनी अलग ही पहचान हैं। जहां गांवों में बुजुर्ग महिलाएं अपना ज्यादातर समय भगवान के भजन गाने में बिताती हैं, वहीं शहरों में रहने वाली महिलाओं ने भी इस परंपरा को अपना लिया है। इसका एक उदाहरण नरवाना के हनुमान नगर कालोनी का दिया जा सकता है, जहां सांय के समय बाहर बैठी बुजुर्ग महिलाएं भगवान के भजन गा रही होती हैं। गर्मी में हवा के लिए उनके हाथ में बिजना होता है और प्राय: जिनके भजन के बोल होते हैं, तनै राम बलावै ए बुढरी, तेरे बाहर खड़े भगवान तनै ए जाणा राम कै। उनकी यह बात बेशक साधारण हो, लेकिन गहरा अर्थ लिए हुए है कि ए इंसान तेरा मृत्यु का समय निश्चित है, इस धरती पर जो आया है, उसे एक ना एक दिन जरूर जाना है। अच्छे कर्म करो, भगवान का भजन करो और फालतू बातों से दूर रहो। फिर संसार में शांति ही शांति है और खुशहाली ही खुशहाली है। एक बात और इन महिलाओं के चेहरे पर कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन के खुलने की खुशी साफ-साफ दिखाई दे रही थी।
Aluminium waste material recovery Scrap aluminium repurposing techniques Scrap metal distribution