सत्य खबर, चण्डीगढ़
तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई अपने गैंग को कुछ इस तरह चलाता है जैसे शायद वो जेल के बाहर रहकर भी नहीं चला पाता. सूत्रों की माने तो इस गैंग में करीब 700 शूटर्स है, जो लॉरेंस के एक इशारे पर किसी को भी मारने निकल पड़ते हैं.
ये सभी शूटर्स दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैले हुए हैं. इस गैंग का हवाला का पैसा ब्रिटेन और दुबई में भी कई चीजों में लगा हुआ है, जिसकी जानकारी जांच एजेंसियों को मिली है.
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इस गैंग की आमदनी का मुख्य जरिया फिरौती के लिए अपहरण, क़त्ल, जबरन उगाही जैसे काम हैं, लेकिन कब कहां क्या करना है ये आज भी जेल में बैठकर लॉरेंस ही तय करता है. लॉरेंस का गैंग पूरी दुनिया में फैला हुआ है. 31 साल के लॉरेंस बिश्नोई पर 65 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. वो एक बार पुलिस हिरासत से फ़रार भी हो चुका है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कनाडा में लॉरेंस गैंग का गोल्डी बरार और सतिंदर ने ठिकाना बना रखा है, जबकि ऑस्ट्रिया में लॉरेंस का भाई अनमोल बैठा है.
टारगेट जेल में बैठकर लॉरेंस तय करता है. फिर वो पहला कमांड संपत नेहरा को देता है उसके बाद विदेश में बैठे इसके भाई और गैंगस्टर फोन कर लोगों को धमकी देते हैं.
सूत्रों के मुताबिक लॉरेंस किसी भी शूटर से खुद बात नहीं करता बल्कि कांट्रेक्टर के जरिए हर काम होता है. बताया ये भी जाता है कि लॉरेंस गैंग के तार पिछले 5 साल से मैक्सिको के ड्रग सिंडिकेट से भी जुड़े हुए हैं.
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