सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
दिव्यांगों के प्रति सामाजिक कलंक को मिटाने और उनके जीवन के तौर-तरीको को और बेहतर बनाने के लिए हम सभी ने उनके प्रति आदर भाव तथा समानता का भाव अपनाते हुए उनकी बराबर सहायता करनी चाहिए। यह कथन शहर के प्रमुख फिजियोथैरेपिस्ट डा. राजेश गुप्ता ने 3 दिसंबर विश्व विकलांगता दिवस के उपलक्ष में कहे। डा. राजेश ने कहा कि समाज में उनके आत्मसम्मान और सेहत को सुधारने के लिए हम मिलकर भरपूर प्रयास करें तथा उनके जीवन के हर पहलू में उन्हें खुशी प्रदान करें। तब जाकर ही विश्व विकलांगता दिवस मनाने का उद्देश्य सार्थक होगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांग जन प्यार-दुलार, सहयोग तथा समर्पण से समाज एवं देश हित में बहुत सारे चमत्कार कर सकते हैं। पूरे विश्वभर में करीब 15 प्रतिशत दिव्यांग है और वे विश्व के सबसे बड़े अल्पसंख्यक वर्ग के तहत आते हैं। इसलिए हमें अपने आसपास रहने वाले दिव्यांग जनों बारे जानकारी प्राप्त करके उन्हें पर्याप्त संसाधन मुहैया कराने चाहिए, ताकि यह लोग भी समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर देश के लिए कुछ कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व दिव्यांग दिवस मनाने का अभिप्राय भी यही है। उन्होंने कहा कि विश्व विकलांगता दिवस पर अंतरर्राष्ट्रीय रीति-रिवाज के अनुसार दिव्यांगता को दूर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1992 से इसका प्रचार शुरू किया गया था, जिसके अच्छे परिणाम भी आए हैं।
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