सत्य खबर, चंडीगढ़, उमंग श्योराण
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने विधानसभा भवन को सजाने की तैयारी पूरी कर ली है। इस सिलसिले में बुधवार को उन्होंने चंडीगढ़ यूटी प्रशासन और हरियाणा सरकार के अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में विधान सभा के सदन से लेकर एमएलए हॉस्टल के पार्कों के रखरखाव पर चर्चा हुई। कार्य में देरी के लिए विधान सभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता
बैठक में तय हुआ कि तीन माह के भीतर सदन कक्ष को पूरी तरह रेनोवेट किया जाएगा। यूनेस्को की हैरिटेज कमेटी के निर्देशानुसार सदन की दीवारों और पिलरों से लकड़ी की क्लैडिंग हटाई जा चुकी है। सदन की दीवारों के लिए टपैस्ट्री तैयार हो चुकी है। इन टपैस्ट्री से सदन को जहां नया लुक मिल सकेगा, वहीं इस वैश्विक धरोधर का संरक्षण भी हो सकेगा। टपैस्ट्री को दीमक आदि से बचाने के लिए एल्युमिनीयम की सिलिंग से स्थापित किया जा रहा है।
इसके साथ ही विधानसभा सचिवालय के सभी बरामदों और कमरों में नये सिरे से सिलिंग की जा रही है। विधानसभा के भवन के पास स्थित कुलिंग पाउंड के रखाव को लेकर भी विधान सभा अध्यक्ष ने कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने कहा कि विधान सभा के आसपास के पेड़ों से पत्ते और कई बार जंगली जानवर भी इन टैंकों में गिर जाते हैं। इसके लिए चंडीगढ़ यूटी के अधिकारियों को इसके आसपास फेंसिंग करने की हिदायत दी।
विधानसभा भवन से लेकर सीआईएसएफ के नाके तक मुख्य सड़क पर रोशनी की व्यवस्था करने के निर्देश भी ज्ञान चंद गुप्ता ने दिए हैं। एमएलए हॉस्टल के सामने स्थित पार्क को विकसित करने की योजना में हो रही देरी पर विधान सभा अध्यक्ष काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि इस पार्क को विकसित करने की योजना करीब 3 वर्ष से लंबित पड़ी है। इस पर हरियाणा सरकार ने अधिकारियों ने कहा कि पार्क पर कार्य शुरू कर दिया गया है और एक माह में सिविल वर्क पूरा हो जाएगा।
यह भी पढें:- हरियाणा वासियों को जल्द मिलेंगे गर्मी से राहत, जानिए कब होगी बारिश
वहीं, यूटी प्रशासन के अधिकारियों ने पार्क निर्माण के लिए डिजीटल ड्राइंग विधान सभा अध्यक्ष को दिखाई। बैठक में यूटी प्रशासन के मुख्य अभियन्ता सीबी ओझा, एक्सईएन गुरप्रीत सिंह बैंस, सेक्शन इंजीनियर रणजीत सिंह, सीए कपिल सेतिया, हरियाणा सरकार में मुख्य वास्तुकार बीएम शर्मा, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त सेक्शन इंजीनियर संजीव चौपड़ा सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
Aluminium stamping recycling Scrap aluminum lifecycle analysis Metal waste sales
Aluminium waste reduction strategies Aluminum recycling plant Scrap metal price negotiation