आरोपियों से 1 लाख 49 हजार रूपए, 14 मोबाईल, 22 सिमकार्ड, 11 एटीएम कार्ड व एक वाईफाई डिवाईस बरामद
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल
पुलिस की साईबर शाखा ने नकली ट्रांसपोर्टर व व्यापारी बनकर स्काईलार्क फीड प्राईवेट लिमिटेड कंम्पनी से लाखों रूपए की धोखाधड़ी करने के अंतर्राज्जीय गैंग के 9 सदस्यों को काबू किया है। पुलिस ने आरोपियों से 1 लाख 49 हजार रूपए, 14 मोबाईल, 22 सिमकार्ड, 11 एटीएम कार्ड व एक वाईफाई डिवाईस भी बरामद किए हैं। यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने बताया कि 4 अगस्त को राहुल मिश्रा निवासी स्काईलार्क फीडस प्रा. लि. खेडाखेमावती ने सफीदों पुलिस में शिकायत देकर कहा था कि स्काईलार्क फीइस प्रा. लि. पोल्ट्री उत्पाद निर्माता कंपनी है और पिछले 40 वर्षों से पूरे भारतवर्ष में सेवाएं दे रही है। स्काईलार्क को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व पश्चिम बंगाल के कई जिलों में पोल्ट्री फीड सप्लाई करना था। इस कारण कंपनी के कर्मचारी नकुल ने जस्ट डॉयल के माध्यम से बीएसपी ईन्टरप्राईजिज महाराष्ट्र के मोबाईल नम्बर 8958602085 पर संपर्क किया। फोन पर किराया-भाडा सफीदों से 3700 रूपए प्रति टन व चैमुहां (उत्तर प्रदेश) से 3400 रूपए ये प्रति टन तय हुआ। कुल भाड़ा का 80 प्रतिशत एडवांस और डिलीवरी होने के बाद शेष 20 प्रतिशत देना था। कुल 15 गाडिय़ों को भाड़े पर बुक किया गया। नकुल ने स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. की जीएसटी सहित अन्य जानकारी व अपने सह कर्मचारी पारुल का आईकार्ड संतोष को व्हाट्सअप कर दिया।
यह भी पढ़ें:- उम्र कैद की सजा काट रहे दोषी को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, धर्म बदलकर बिहार में की थी शादी
बीएसपी ईन्टरप्राईजिज मालिक संतोष ने स्काईलार्क कंपनी का कर्मचारी पारूल बनकर पानीपत, करनाल, भिवाड़ी और मथुरा के ट्रान्सपोर्टरी से संपर्क किया और उनके साथ स्काईलार्क फीड्स प्रा. लि. का जीएसटी नंबर साझा किया। स्काईलार्क कंम्पनी की प्रतिष्ठा और पिछले अनुभव को देखते हुए सभी ट्रान्सपोर्टर्स ने अपनी गाडिय़ां स्काईलार्क फीड प्लांट, धर्मगढ़ बोली रोड सफीदों जिला जींद, हरियाणा व चैमुहां (उत्तर प्रदेश) में भेज दी। उधर संतोष ने नकुल को फोन कर बताया कि गाडिय़ां लोड होने पहुंच गई है, उनकी एडवांस पेमेंट करवा दे। स्काईलार्क कम्पनी ने 2 अगस्त को बीएसपी ईन्टरप्राईजिज के अकाउंट में 391270 रूपए और 3 अगस्त को 272850 रूपए (कुल 664120 रूपए) जमा करवा दिए। बीएसपी इंटरप्राईजेज ने गाडिय़ां भेजने वाले किसी भी टान्सपोर्टर को कोई रकम नहीं दी। बीएसपी इंटरप्राईजेज ने न सिर्फ स्काईलार्क फीड्स कम्पनी के जीएसटी व अन्य संसाधनों का जानबूझकर दुरूपयोग करके ऑनलाईन धोखाधडी की है। जिस संबंध में थाना सदर सफिदों मे मुकदमा दर्ज किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश अग्रवाल के नेतृत्व में साइबर अपरराध शाखा की मदद ली गई। साईबर अपराध शाखा के एएसआई जगदीप, मु.सि. संदीप, सिपाही कमल कुमार, प्रदीप कुमार व सफीदों थाना के एएसआई रणबीर सिहं व मु.सि. विक्रांत ने एकजुटा से कार्य करते हुए बीएसपी ईन्टरप्राईजिज के सम्बन्ध में बारे में डाटा एकत्रित करके एक-एक करके 9 आरोपियों को गिरफतार किया है। इस मामले में पुलिस ने अखिलेश कुमार निवासी श्याम नगर गुलाब नगर यादव गार्डन थाना अत्माददोला जिला आगरा उत्तरप्रदेश, अमित शर्मा निवासी चंदननगर टेढ़ी बगिया नाराइच थाना अत्माददोला जिला आगरा उत्तर प्रदेश हाल आबाद भगवती बाग फाउन्डी नगर थाना अत्माददोला जिला आगरा उत्तर प्रदेश, अमित शर्मा निवासी सुदामापुरी सती नगर रोड नाराइच थाना अत्माददोला जिला आगरा उत्तर प्रदेश हाल आबाद गजाधर गली मेन मार्किट सिरसागंज थाना सिरसागंज जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश, हर्ष अत्री निवासी मौर थाना टप्पल जिला अलीगढ उत्तर प्रदेश, राहुल कुमार निवासी चिपियाना खुर्द तिगडी ग्रेटर नोयडा थाना बिसरक जिला गोतमबुध नगर उत्तर प्रदेश, नितीश कुमार निवासी युसुफपुर चेक सावेरी थाना बिसरक जिला गोतमबुध नगर उत्तर प्रदेश, मोहित शर्मा निवासी बिल्सी जिला बदायु उत्तर प्रदेश, राहुल कुमार निवासी सतेती जिला बदायु उत्तर प्रदेश व लक्ष्मण सिंह भदोरिया निवासी कनकपुरा जिला भिंड मध्य प्रदेश को पकड़ा है।
यह भी पढ़ें:- ड्रग्स केस : गवाह के 18 करोड़ वाले आरोप पर बोले समीर वानेखेड़े- ‘जल्द देंगे उपयुक्त जवाब’
एएसपी नीतिश कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान गैंग के मास्टर माइंड अखिलेश कुमार ने बताया कि वह इंटर तक पढा हुआ है एक साल उसकी दोस्ती हर्ष अत्री, राहुल, अमित शर्मा वासी चन्दननगर व अमित शर्मा वासी सुदामापुरी से हुई अखिलेश पहले से ही ऑनलाईन फ्रॉड का काम करता था। उसने अमित शर्मा आगरा, अमित शर्मा सिरसागंज को भी बताया था व अपने साथ काम करने के लिये राजी कर लिया था। उसने अमित शर्मा आगरा, अमित शर्मा सिरसागंज ने मिलकर इंटरनेट से ट्रासंपोर्ट के माध्यम से धोखाधड़ी करके पैसे कमाने शुरू कर दिए। करीब 3 महीने पहले फिर राहूल कुमार व हर्ष अत्री ने अखिलेश कुमार को एटीएम कार्ड व खाता से लिंक सिम कार्ड लाकर दिया था जिसके बदले में उसने राहुल कुमार व हर्ष अत्री को 30 हजार रूपए दिए थे। 1 अगस्त को अखिलेश के मोबाइल जिसको उसने फ्रॉड करने के लिए खरीदा था तथा जिसको मै फ्रॉड करने के लिए प्रयोग करता था पर जस्ट डायल से इन्क्वारी आई और हमे स्काईलार्क कम्पनी का मोबाईल नम्बर व अन्य दस्तावेज सम्बन्धी जानकारी मिल गई। अमित शर्मा निवासी सिरसागंज व सभी ने मिलकर स्काईलार्क कम्पनी के सेल एक्सीक्यूटिव नकुल व पारुल से बीएसपी ईन्टरप्राईजिज की झूठी पहचान बताकर भरोसा दिलाने लिए उन्होने बीएसपी ईन्टरप्राईजिज के झूठे कागजात तैयार करके नकुल वा पारुल के पास भेजे और डील पक्की की। फिर उन तीनों ने मिलकर सारी 11 गाडिय़ों की नकली बिलटी तैयार करके नकुल वा पारुल को भेजे। फिर नकुल ने 2 अगस्त को 3,91,270 रुपए व 3 अगस्त को 2,72,850 रूपए उनके पास नितेश नाम के खाता में डलवा दिए। जो अखिलेष और अमित शर्मा आगरा ने 15 गाडिय़ां नकुल के बतलाए पते पर भेज दी लेकिन उन्होंने गाडिय़ों के ड्राईवर वा ट्रांसपोटर को कोई पैसे नहीं दिए। आरोपी अखिलेश पर पहले से धोखाधड़ी के दो मामले आगरा उत्तरप्रदेश में दर्ज है। आरोपियों ने बीएसपी इन्टरप्राईजिज कम्पनी पनबैल महाराष्ट्र की बिलटी को एडिट करके नकली बिलटी बनाकर नकली ट्रांसपोर्टर बनकर लोगों से धोखाधडी से पैसे ऐठ लेते थे। आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा। जिस दौरान आरोपियों के साथ गहनता से पूछताछ की जाएगी व धोखाधडी करके ली गई रकम को बरामद किया जाएगा।
Aluminum scrap uses and applications Aluminium recycling governance Metal waste reforming