सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान):-
नागरिक अस्पताल में वैसे तो डॉक्टरों की बहुत कमी हैं, लेकिन साथ मेें सुविधाओं की कमी के कारण भी मरीजों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों में भागना पड़ता हैं। जिसके इलाज में काफी रूपये खर्च करने पड़ते हैं। जिस कारण गरीब व्यक्ति कर्जे के बोझ तले दब जाता हैं। नागरिक अस्पताल में गांवों व शहर से गरीब व्यक्ति ही इलाज करवाने आते हंै, परंतु यहां आकर उनको परेशानी उठानी पड़ती हैं। जच्चा-बच्चा वार्ड में सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है, फिर भी प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं। गांव लोधर वासी विजय कुमार, गांव बडनपुर से मूर्ति, नरवाना से बिमला, दबलैन से कोमल, लोधर से पूजा, करसिंधु से कविता, दनौदा से राजपति से आए गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों ने बताया कि जच्चा-बच्चा वार्ड में बिजली चले जाने पर कोई इन्वर्टर की सुविधा नहीं हैं। जिस कारण महिलाओं व नव जन्मे बच्चे को उमस भरी गर्मी मेें समय काटना पड़ता है। उन्होंने बताया कि रविवार को दोपहर बाद 3 बजे लाइट गई थी और शाम को 7 बजे आई। यही नहीं सोमवार सुबह 7 से 8 बजे तक बिजली का कट रहा और उसके बाद 10 बजे फिर लाइट चली गई। जिसके बाद लाइट का प्रबंध न होने के कारण गर्मी में महिलाओं को बच्चे को भारी परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि ग्यानी चिकित्सक के कमरें में 2-2 पंखे चलते हैं, लेकिन जच्चा-बच्चा वार्ड में एक भी बिना लाइट के पंखा नहीं चलता। उन्होंने कहा कि उमस भरी गर्मी के कारण गर्भवती महिलाओं को दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि सफाई न होने के कारण मच्छर गर्भवती महिलाओं व बच्चे को काटते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जच्चा-बच्चा वार्ड में बिजली चले जाने पर पंखे चलने का प्रबंध होना चाहिए।
सफाई व्यवस्था न होने से मरीज परेशान
गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने बताया कि जच्चा-बच्चा वार्ड व डिलीवरी रूम में कोई भी सफाई व्यवस्था नहीं हैं। जिससे गंदगी फैलने से मक्खी, मच्छर परेशान करते हैं। उन्होंने कहा कि बैड पर बिछायी जाने वाली चादरें गंदी होने के बावजूद नहीं बदला जाता। उन्होंने बताया कि रविवार को बिना चादर के ही गर्भवती महिलाओं को लिटाना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब चादरें बदलने के लिए कहा जाता, तो उनको धमकाया जाता है और ठीक व्यवहार नहीं किया जाता।
बॉक्स
अभी वे रोहतक में ट्र्रेनिंग पर गये हुए हैं। जच्चा-बच्चा वार्ड में इन्र्वटर की सुविधा दी गई है। बिजली जाने के बाद पंखे नहीं चले, इसके बारे में कारण पता किया जायेगा। अस्पताल में लाइट की सुविधा के लिए जनरेटर के लिए लिखा गया है। सफाई व्यवस्था के लिए बार-बार निर्देश दिये जाते हंै।
डॉ. देवेंद्र बिंदलिश
एसएमओ, नागरिक अस्पताल, नरवाना।
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