सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना के नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों का टोटा बना हुआ है। परिणामस्वरूप यहां आने वाले मरीज परेशान रहते हैं। इसका खुलासा जिला पार्षद प्रतिनिधि अमित ढाकल तथा पार्षद बलजीत लांबा ने अस्पताल में किए निरीक्षण के बाद किया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मौजूद डा. मोहित से सरकारी अस्पताल में जन सुविधाओं और सेवारत डॉक्टरों की स्थिति की जानकारी ली। मालूम पड़ा कि नरवाना के इस अस्पताल में 42 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं, जबकि यहां केवल 5 डॉक्टर ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अस्पताल में ना कोई सर्जन है, ना कोई एमडी है और ना कोई स्पेशलिस्ट ही है। जिसके चलते यह अस्पताल राम भरोसे ही चल रहा है। हालांकि अस्पताल में 2 अल्ट्रासाउंड मशीन तो हैं, जो लॉकअप में बंद रखी हैं। दो दंत चिकित्सक हैं, मगर उनके लिए डेंटल चेयर एक ही है। आंखों की देखभाल के लिए एक डॉक्टर है, जिनके पास एसएमओ का चार्ज है। उन्होंने कहा कि अस्पताल की दयनीय दशा के लिए वे जल्दी ही स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे और उन्हें इस स्थिति से अवगत करवाएंगे।
बच्चों के स्पेशलिस्ट और एक ऑर्थो डॉक्टर की खास जरूरत
दोनों जिला पार्षदों ने कहा कि वे स्वास्थ्य मंत्री से मांग करेंगे कि नरवाना अस्पताल में एक बच्चों का स्पेशलिस्ट डॉक्टर तथा एक हड्डियों के सर्जन की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए, ताकि ऐसे मरीजों को इलाज के लिए दूर बाहर मंहगे अस्पतालों में ना जाना पड़े।
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