नरवाना में आप व कांग्रेस पार्टियों को छोड़कर कार्यकत्र्ताओं ने भाजपा में जताई आस्था
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
आम आदमी पार्टी व हरियाणा जनहित कांगे्रस पार्टी को उस समय बड़ा झटका लग गया, जब दोनों पार्टियों के पदाधिकारियों व कार्यकत्र्ताओं ने शहरी मंडल अध्यक्ष अनिल जिंदल की अध्यक्षता में राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के नेतृत्व में भाजपा पार्टी में आस्था जता ली। राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने आप और हजकां पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पदाधिकारियों व कार्यकत्र्ताओं को पार्टी का पटका पहनाकर स्वागत किया। प्रेस प्रवक्ता विकेश तागरा ने कि आम आदमी पार्टी से हल्काध्यक्ष उपेंद्र गर्ग, सचिव अनिल श्योकंद, जोन अध्यक्ष अनिल गर्ग, मोहित, नरेश सिंगला, सुशील गोयल, बोरिया लाल, साहिल गोयल, साहिल, धर्मपाल गर्ग, वरूण कांसल, रामनिवास मित्तल, राकेश गर्ग, दिनेश गोयल, नितिन गर्ग एडवोकेट, दीपक गोयल, सतपाल मलिक, श्याम सुंदर , सुरेन्द्र, सुरेन्द्र कुण्डू, कन्नव गुप्ता आदि शामिल हुए। वहीं हजकां पार्टी से हलकाध्यक्ष किशोरी लाल बंसल, मदन लाल, संदीप शर्मा, रामबीर, राजेश, रामचंद्र, राजकुमार, सुनील शर्मा, रोहताश, सुरेश बाल्मीकि, लक्ष्मी नारायण व मोहित धीमान आदि शामिल हुए। राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि भाजपा पार्टी में शामिल हुए कार्यकत्र्ताओं को पूरा सम्मान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी दूसरी पार्टियों से वरिष्ठ नेता भाजपा में आना चाहते हैं और आने वाले विधानसभा चुनावों तक विपक्ष के पास 90 सीटों पर खड़े करने के उम्मीदवार भी नहीं होंगे। इस अवसर पर सीताराम बागड़ी, जोरासिंह बडनपुर, सुमन बेदी, संतोष दनौदा, रामफल फरैण, नसीब दनौदा, मनदीप चहल, रणबीर कौर, भगवती बागड़ी, सुरेंद्र नंबरदार आदि कार्यकत्र्ता मौजूद थे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा बार-बार हो रहा है अपमानित
भाजपा पार्टी में शामिल करने के बाद राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने प्रैस कांफ्रेस करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर को हटाने की जिद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा कर रहे थे, लेकिन उनको केंद्रीय नेतृत्व ने मानने से इनकार कर दिया है। रोहतक के लोग बड़े स्वाभिभान होते हैं, जिस प्रकार से भूपेंद्र हुड्डा बार-बार अपमानित हो रहे हैं। ऐसे में वे अब भी कांगे्रस पार्टी में क्यों हैं, ये जाने या उनका काम जानें । उन्होंने कहा कि 15-20 दिन से चर्चा चल रही थी कि कांग्रेस पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष आयेगा, लेकिन फिर सोनिया गांधी आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक ही सपना है कि कांग्र्रेस मुक्त भारत। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से विपक्षी पार्टी का विधायक व सांसद बनते आ रहे थे, जिससे इलाके में बहुत ज्यादा समस्याएं हो गई थी। अब कुशासन समाप्त हो चुका है। इसलिए स्थानीय कार्यकत्र्ता को विधायक बनाने का काम करें। शहर और गांवों में जो समस्याएं हैं, वो मुख्यमंत्री के संज्ञान में लेकर आयेंगे।