सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
मंडियों में गेहूं के उठान करवाने के लिए आढ़तियों को जहां ट्रक लाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही हैं, तो वहीं एजेंसियों द्वारा एक प्राइवेट धर्मकांटा पर वजन करवाने से गेहूं की घटती आ रही है। जिस कारण आढ़तियों को कई क्विंटल गेहूं का नुकसान उठाना पड़ रहा है। मंडी एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बंसल व अन्य आढ़तियों ने बताया कि एजेंसी केवल एक धर्मकांटा से वजन करवा रही हैं, जिससे वजन करवा रही हैं, उस धर्मकांटा में गड़बड़ है। मंडी से गेहूं के कट्टों का पूरा वजन करने के बाद भी कई क्ंिवटल गेहूं की कमी दिखाई जाती है। जबकि आढ़तियों द्वारा पूरा वजन कर ट्रक को भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि इस बारे में कई बार एजेंसी अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन एजेंसी अधिकारी उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जिससे आढ़तियों को हजारों रूपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एजेंसी को सरकारी धर्मकांटा पर वजन करवाने के लिए कहा जाता है, तो वे आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे में कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की बू नजर आती है। उन्होंने कहा कि वो एक धर्मकांटा को छोड़कर अन्य धर्मकांटाओं से वजन करवाने के लिए कहते हैं, तो एजेंसी दूसरे धर्मकांटाओं में कोई न कोई कमी निकालकर उसको रिजेक्ट कर रहे हैं।
धान के सीजन में भी धर्मकांटा पर उठे थे सवाल
आढ़तियों ने बताया कि यह अब इस गेहूं के सीजन की बात नहीं है, इससे पहले धान के सीजन में भी उसी धर्मकांटा पर सवाल उठ चुके हैं। आढ़तियों ने कई बार शिकायत की थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। उन्होंने बताया कि कई क्विंटल घटती के कारण आढ़तियों को उसकी भरपाई करनी पड़ गई थी। उन्होंने बताया कि धर्मकांटा को लेकर लाखों रूपये का घोटाला किया जा रहा है। अगर इसकी निष्पक्ष जांच की जाये, तो भ्रष्टाचार की पोल खुलती नजर आयेगी।
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एजेंसी अधिकारियों, मंडी एसोसिएशन प्रधान व मार्केट कमेटी अधिकारियों को साथ लेकर 4 धर्मकांटाओं की जांच की गई थी। जिसमें केवल 15-20 किग्रा. का अंतर आ रहा है। फिलहाल रिपोर्ट बना दी गई है। आढ़ती कपूर ओम धर्मकांटा पर वजन न करवाने के लिए अड़े हुए हैं। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जायेगी।
ईश्वर शर्मा
माप-तोल अधिकारी
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