सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नरवाना में दो दिन पहले शाम को तेज बारिश हुई थी और मंडियों में गेहूं के कट्टे नीचे ही रहे हुए थे और गेहूं भी खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई थी। जिस कारण बारिश के कारण गेहूं के कट्टे बारिश में भीग गये। कट्टों के भीगने में आढ़तियों की लापरवाही भी सामने आती नजर आई, क्योंकि आढ़तियों को एंजेसी के अधिकारियों ने पहले ही कह दिया था कि कट्टों की ढेंग लगाकर रख दी जाये और उनके नीचे स्टेग रखा जाये। ताकि बारिश होने पर कट्टे पानी से भीग न सके। लेकिन आढ़तियों ने एंजेसी के अधिकारियों की बात को अनसुना कर दिया। जिसका नतीजा यह निकला कि बारिश होने पर कट्टे भीग गये। आढ़तियों ने नालियों का रास्ता भी अवरूद्ध कर दिया, जिससे बारिश का पानी आगे नहीं जा सका। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंचार्ज टहल सिंह व चंद्रभान मोर ने मंगलवार को मंडी का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने पाया कि आढ़ती बारिश में भीगी खराब गेहूं व कचरे को कट्टों में भरवा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने आढ़तियों से इस बात का जवाब मांगा, लेकिन वे कोई जवाब नहीं दे सके। टहल सिंह ने कहा कि आढ़ती जान-बूझकर ऐसा कर रहे हैं, ताकि कट्टों में भरकर उनका वजन हो सके। उन्होंने देखा कि कई बोरियों के नीचे पानी होने से गेहूं के अंकुर निकल आये हैं, जोकि अब खाने लायक भी नहीं हंै। उन्होंने कहा कि जो आढ़ती खराब गेहूं को बोरियों में भरवा रहे हैं, उनको नोटिस दिया जायेगा और उनसे जुर्माना भी वसूला जायेगा। उन्होंने आढ़तियों से अपील की है कि साफ-सुथरी गेहूं को ही कट्टों में भरें।
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