सत्यखबर, जींद: सिंचाई विभाग द्वारा बरसात के सीजन से पहले नहरों एवं ड्रेनो की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है ताकि किसानों को सिंचाई के लिए अंतिम छोर तक पानी उपलब्ध हो सके । इसके अलावा बरसात के मौसम से पहले ड्रेनो की भी सफाई का कार्य साथ साथ किया जा रहा है जिससे उनकी पानी वहन करने की क्षमता मे बढ़ोतरी होती है । ड्रेनो की सफाई करने का मुख्य उद्देश्य यह है की ड्रेनो की पानी वहन करने की क्षमता बढ़े ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न ना हो। यह जानकारी देते हुए नरवाना डिवीजन सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता बलराज चौहान ने बताया कि उपमंडल नरवाना में लगभग 5०7 किलोमीटर कैनाल व 75 किलोमीटर ड्रेन की सफाई का कार्य किया जाएगा। सफाई का कार्य कल से शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि उपमंडल नरवाना में धमतान डिस्ट्रीब्यूटरी, धनोरी माईनर, घासो माईनर सुदकैन डिस्ट्रीब्यूटर, बरसोला माइनर, कालवन माइनर, तारखा माइनर, सिरसा ब्रांच व बीएमएल का सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। नहरों एवं ड्रेनो की सफाई के कार्य के लिए संबंधित कनिष्ठ अभियंता को इंचार्ज लगाया गया है। उन्होंने बताया कि नहरों की सफाई के दौरान संबंधित कनिष्ठ अभियंता को हिदायत दी गई है कि वे मजदूरों से कार्य करवाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें की मनरेगा मजदूर सोशल डिस्टेंस का पालन करें और मास्क या गमछा अवश्य पहने हुए हों। ऐसा करने से कोरोना महामारी के संक्रमण के फैलाव से बचाव किया जा सकेगा। नहरों पर काम करने वाली महिलाओं को भी मास्क पहनना अनिवार्य है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का भी कड़ाई से पालन करना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सभी नहरों पर सैनिटाइजर की भी उचित व्यवस्था की गई है उन्होंने बताया कि सफाई कार्य के लिए लगभग 4०० मनरेगा मजदूर लगाए गए हैं। प्रत्येक माइनर एवं डिस्ट्रीब्यूटरी पर 15 से 2० मनरेगा के मजदूर लगाए गए है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे और नहरों की सफाई का कार्य भी सुचारू रूप से चलता रहे ।
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