सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
नागरिक अस्पताल में दो कर्मचारियों में हाजिरी को लेकर हाथापाई हो गई। कर्मचारियों में हाथापाई होने को लेकर मामला एसएमओ तक पहुंचा, लेकिन मामला ज्यादा बढ़ जाने के कारण पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दोनों कर्मचारियों ने समझौता लिखकर दे दिया। जिसमें एक कर्मचारी ने माफी मांगकर आगे से गलती न करने की बात कही। जानकारी के अनुसार नागरिक अस्पताल में काउसंलर के पद पर कार्यरत सुषमा ने शुक्रवार को अकाउंटेट मीनू को शनिवार को आकस्मिक अवकाश लगाने की बात कही थी। जिसके बाद अकाउंटेंट ने शनिवार को ड्यूटी पर आने के बाद सुषमा का हाजिरी रजिस्टर में अवकाश लगा दिया था। सुषमा ने कहा कि उसका सोमवार को भी आकस्मिक अवकाश लगा दिया जाये और वह मंगलवार को ड्यूटी पर आयेगी। लेकिन काउसंलर सुषमा शुक्रवार शाम को अपने घर जाने की बजाय शनिवार 13 जून को ड्यूटी पर आ गई। लेकिन उसके ड्यूटी पर आने से पहले ही अकाउंटेट मीनू ने उसके कहे अनुसार हाजिरी रजिस्टर में उसका अवकाश भर दिया था। जिसके बाद सुषमा को गुस्सा आ गया और उसने कहा कि हाजिरी रजिस्टर में खाना खाली छोडऩा चाहिए था, लेकिन उसके आने से पहले ही अवकाश दिखा गया। काउसंलर सुषमा ने कहा कि वो इस सोमवार को आकस्मिक अवकाश पर नहीं रहना चाहती थी, बल्कि अगले सोमवार की बात थी। जिस पर अकाउंटेट व काउंसलर में हाजिरी रजिस्टर में छेड़छाड़ करने को लेकर कहासुनी हो गई और यह कहासुनी हाथापाई हो गई। दोनों कर्मचारियों में हाथापाई होने पर नागरिक अस्पताल में भगदड़ मच गई और कर्मचारियों ने आकर उनको छुड़वाया। इसके बाद दोनों में मामला बढ़ता हुए देखकर पुलिस बुलानी पड़ी। जिसके बाद एसएमओ डॉ. देवेंद्र बिंदलिश के कार्यालय में दोनों कर्मचारियों को बुलाया गया और दोनों का पक्ष जाना। लेकिन मामला काफी देर तक शांत नहीं हुआ, तो अकाउंटेट मीनू ने अपने साथ हाथापाई होने पर एसएमओ को लिखित में शिकायत दे दी। वहीं नागरिक अस्पताल के कर्मचारियों के हस्तक्षेप से दोनों कर्मचारियों में समझौता हो गया और पुलिस को लिखित में समझौता देकर आगे से ऐसी गलती न करने की बात कही।
6 दिन से घर नहीं गयी काउसंलर सुषमा
नागरिक अस्पताल में काउसंलर के पद पर कार्यरत काउसंलर सुषमा का घर पानीपत में हैं। जिस कारण पानीपत के लिए कोई बस सेवा न होने के कारण वह पिछले 6 दिनों से घर नहीं जा सकी है। सुषमा शुक्रवार शाम को पानीपत अपने घर जाने के लिए निकली थी, लेकिन कोई बस नहीं मिलने से उसको नरवाना में ही रूकना पड़ा। यही कारण है कि घर न जाने से परेशान होकर काउसंलर सुषमा ने आवेश में आकर अकाउंटेट मीनू पर गुस्सा उतार दिया। लेकिन अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारियों ने इस घटना को निंदनीय करार दिया है। उनका कहना है कि इस प्रकार की घटना से कर्मचारी मानसिक तौर पर परेशान रहना लग जाता है। जिसका असर उसकी नौकरी व गृहस्थी पर पड़ता है।
नागरिक अस्पताल में मरीज रहे परेशान
नागरिक अस्पताल में दोनों कर्मचारियों केे बीच हाथापाई होने से मरीज को भी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि दोनों कर्मचारियों का आपस में मामला सुलझाने के लिए मरीजों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। जिस कारण मरीजों द्वारा पर्ची कटवाने के बाद भी उनको बिना सलाह-मशविरा लिये वापिस लौटना पड़ा।
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नागरिक अस्पताल में दोनों कर्मचारियों के बीच हाजिरी को लेकर मामला था। जिसको आपस में दोनों कर्मचारियों द्वारा सुलझा लिया गया है। लेकिन आगे से दोनों को चेतावनी दी कि नागरिक अस्पताल में झगड़ा करने पर कारवाई की जा सकती है।
डॉ. देवेंद्र बिंदलिश, एसएमओ
नागरिक अस्पताल, नरवाना।
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