सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :India suffered partition due to Congress’ stubbornness: Dhankhar.
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस आयोजन समिति की ओर से शनिवार को गुरुग्राम के सेक्टर-14 में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने की व मुख्य अतिथि के रूप में असम के निवर्तमान राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी तथा विशेष अतिथि के रूप में भाजपा की जिला उपस्थित रहीं। कार्यक्रम शुरू होने से पहले 1947 विभाजन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और उन्हें नमन किया गया। कार्यक्रम को पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी व अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इस मौके पर उस दौर को जी चुके बुजुर्गों ने अपनी दास्तां सुनाई तो हर किसी की आंखें नम हो गईं।
श्री धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की हठधर्मिता के कारण भारत को विभाजन की त्रासदी को झेलनी पड़ी। कांग्रेस ने आजादी का पूरा श्रेय एक परिवार को देने के लिए तीन लाख 27 हजार बलिदानियों की शौर्यगाथा को छिपाने का पाप किया है। शहीद भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारी के गांव को पाकिस्तान को देने का पाप कांग्रेस ने किया है।
प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि 1947 में हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का वो अमानवीय अध्याय है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। धनखड़ ने कहा कि विभाजन की विभीषिका में लगभग 10 लाख लोगों को अपनी जान देनी पड़ी और डेढ़ करोड़ लोग विस्थापित हुए और लगभग 10 हजार बहन, बेटियों को अमानवीय पीड़ा झेलनी पड़ी। इन सब का दोषी कौन है, यह बात युवा पीढ़ी को पता होनी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 1947 में बंटवारे से दो अलग-अलग देश बन गए लेकिन उस दिन केवल एक देश का बंटवारा ही नहीं हुआ बल्कि इसके साथ-साथ परिवारों, रिश्तों और दिलों का भी बंटवारा हो गया, इस बंटवारे ने बहुत से परिवारों को तबाह कर दिया। हमारे इतिहास के साथ खिलवाड़ किया गया है। हमें विभाजन विभिषिका के बारे में कभी नहीं पढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि “भारत वीरों की भूमि है, अमर शहीदों के बलिदान की गाथा से भावी पीढ़ी को परिचित कराना हम सबकी जिम्मेदारी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में शहीदों को भुलाकर कांग्रेस एक परिवार के लोगों को महत्व दिया गया। भारत को आजादी शहीदों के बलिदान के कारण मिली है। उन्होंने कहा कि वीरों की शहादत को कांग्रेस ने गौण कर दिया। कांग्रेस के नेताओं ने षडयंत्र के तहत अंग्रेजों के साथ मिलकर शहीद भगत सिंह जैसे वीर बलिदानी के बलिदान वाले गांव को बंटवारे के समय पाकिस्तान को दे दिया। उनके इस महापाप को माफ नहीं किया जा सकता।
Also Read:धीरेन्द्र शास्त्री को आप महिला नेता ने भेजा नोटिस, जानिए वजह