सत्यखबर, सफीदों, (महाबीर मित्तल)
परीक्षा में नहीं बैठने देने से नाराज 9वीं कक्षा छात्र ने नगर के राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल के सामने सड़क पर लेटकर अपना विरोध जाहिर किया। मामले की सूचना पाते ही स्कूल स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्चे को मनाने का प्रयास किया लेकिन ना मानने की स्थिति में पुलिस को बुलाया गया। सिटी थाना प्रभारी अब्बास खान मौके पर पहुंचे और छात्र को अपने साथ थाने ले आए। मिली जानकारी के अनुसार नगर के राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल में परीक्षाएं चल रही है। इस स्कूल में गांव निमनाबाद का नौवीं कक्षा का छात्र आजाद पढ़ता है और उसका नाम करीब एक महीने पहले उसके गलत व्यवहार के आरोपों के चलते स्कूल से काट दिया गया था। शुक्रवार को वह अपनी हिंदी की परीक्षा देने के लिए स्कूल में पहुंख्चा लेकिन स्कूल प्रशासन ने उसका नाम कटा होने की वजह से उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया।
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स्कूल नियम के मुताबिक नाम कटने के एक महीने के भीतर विद्यार्थी पुन: अपना नाम दर्ज करवा सकता है। इस तय सीमा में विद्यार्थी व उसके परिजनों द्वारा दोबारा स्कूल में नाम नहीं दर्ज करवाया गया और उसका नाम पूरी तरह से स्कूल से कट गया। नाम कटा होने के कारण उसका परीक्षा में बैठने के लिए रोल नंबर नहीं आया। शुक्रवार को छात्र आजाद परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर परीक्षा में बैठने की जिद्द करने लगा। जिस पर अध्यापकों ने उसे बताया कि उसका नाम रोल नंबर लिस्ट में नहीं है और वे लिस्ट में नाम ना होने की वजह से उसे परीक्षा में बैठने की इजाजत नहीं दे सकते। परीक्षा में नहीं बैठ पाने से नाराज होकर आजाद स्कूल के सामने गुजर रहे मुख्य मार्ग पर आकर लेट गया। उसके सड़क पर लेट जाने के कारण हड़कंप मच गया।
मामले की जानकारी स्कूल प्रशासन को दी गई। स्कूल के लेक्चरर व अध्यापक मौके पर पहुंचे और उसे समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना। उसके ना मानने की सूरत में स्कूल ने इसकी जानकारी प्रशासन व पुलिस को दी। सूचना पाकर सफीदों सिटी थाना प्रभारी अब्बास खान मौके पर पहुंचे और छात्र को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह नहीं माना तो पुलिस उसे सड़क से उठाकर थाने में ले आई। पुलिस ने थाने में उसके परिजनों को बुलाया तथा उन्हे सारी स्थिति से अवगत करवाकर छात्र को उनके हवाले कर दिया।
क्या कहते हैं स्कूल के कार्यकारी इंचार्ज
इस मामले में स्कूल के कार्यकारी इंचार्ज कृष्ण कुमार ने बताया कि छात्र के गलत व्यवहार आरोपों के चलते तत्कालीन प्राचार्य ने उसका नाम स्कूल से काट दिया था। उसके बाद उनके परिजनों को बुलाकर कई बार मीटिंग हुई। मीटिंग के दौरान परिजन भी अपने बच्चे से काफी परेशान नजर आए। उन्हे 1 महीने के भीतर बच्चे का नाम लिखवाने के लिए कहा गया था लेकिन ना तो छात्र और ना ही उसके परिजनों ने उसका नाम पुन: लिखवाया। परीक्षा का पूरा सिस्टम आनलाईन है और उसका नाम कटा होने के कारण उसका रोल नंबर प्राप्त नहीं हुआ। वह आज परीक्षा देने के लिए आया था लेकिन रोल नंबर ना होने की वजह से उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया। वह सड़क पर जाकर लेट गया और उसे स्कूल की ओर काफी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन ना मानने की स्थिति में उसे पुलिस के अपने साथ थाने ले गई है। इस सारे घटनाक्रम से उसके परिजनों को अवगत करवा दिया गया है।
क्या कहते है सिटी थाना प्रभ्भारी
सिटी थाना प्रभारी अब्बास खान ने बताया कि बच्चे का नाम स्कूल से कटा हुआ है। जिसकी वजह से उसका रोल नंबर नहीं आया और उसे अध्यापकों ने परीक्षा में नहीं बैठने दिया। रोषस्वरूप छात्र ने सड़क पर बैठने की कोशिश की। उन्होंने मौके पर पहुंचकर छात्र को समझाया लेकिन वह नहीं माना तो उसे सड़क से थाने में लाया गया है। उसके परिजनों को बुलाया गया है और उसे उनके हवाले कर दिया जाएगा।
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