सत्यखबर, चढ़ीगढ़
बता दे की हरियाणा में रेले नेटवर्क का विस्तार होगा। पलवल से सोनीपत तक हरियाणा ऑरबिट रेल कॉरिडोर की 121.742 किलोमीटर लंबी दोहरी विद्युतीकरण ब्रॉड गेज लाइन की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके बाद अब हरियाणा सरकार रेलवे को दो नई परियोजनाओं पर काम करेगी। झज्जर-कोसली-कनीना-नारनौल नई रेलवे लाइन के लिए सरकार प्रस्ताव तैयार कर रही है। इसके साथ ही कैथल शहर में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार बनाकर केंद्र को मंजूरी के लिए भेजी जा चुकी है।
झज्जर से नारनौल के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध होने से दक्षिण हरियाणा में विकास के नए युग का सूत्रपात होगा। 85 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन उत्तर हरियाणा व दक्षिण हरियाणा को आपस में जोड़ेगी तथा पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और नंगल चौधरी में स्थापित किए जा रहे एकीकृत मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब को भी जोड़ेगी।
हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के निदेशक मंडल ने दोनों प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इन्हें अनुमोदित करा लिया है। अब इन्हें केंद्र को भेजा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गठित आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने 5617.69 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की हरियाणा ऑरबिट रेल कॉरिडोर परियोजना को स्वीकृति प्रदान की थी।
आपको बता दे की हरियाणा में सडक़ व रेल कनेक्टिविटी में निरंतर सुधार के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड द्वारा तैयार परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की है। हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने मंगलवार को एक बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर हरियाणा सरकार ने रेलवे के साथ समझौता कर अपनी कंपनी बनाई है, जिसके माध्यम से हरियाणा में सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विभिन्न रेल प्रोजेक्ट क्रियान्वित किए जाएंगे।
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