सत्य खबर, नई दिल्ली
पाकिस्तान के लिए शनिवार का दिन काफी अहम है, जहां नेशनल असेंबली (संसद) में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। वोटिंग से एक दिन पहले शुक्रवार रात इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने भारत के बारे बात करते हुए कहा कि दुनिया का कोई देश भारत को आंख नहीं दिखा सकता। उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया, वो इससे निराश हैं।
सुप्रीम कोर्ट को कम से कम एक बार विदेशी साजिश के सबूतों पर गौर करना चाहिए था। इमरान खान ने कहा कि मैंने 26 साल पहले तहरीक ए इंसाफ शुरू की थी। मुझे एक बार जेल भी जाना पड़ा। मेरा ईमान है कि जब तक पाकिस्तान के साथ इंसान नहीं हो जाता, मैं इंसाफ की बात करूंगा। मौजूदा हालात ऐसे हैं कि खुलेआम सांसदों को खरीदा जा रहा है। उनको भेड़-बकरियों की तरह होटलों में बंद किया गया है। क्या दुनिया के किसी देश में ऐसी इजाजत होती है? पाकिस्तान में इस वक्त लोकतंत्र का मजाक बन गया है।
पाकिस्तानी पीएम ने आगे कहा कि अमेरिकी राजदूत ने अपने पाकिस्तानी समकक्षों से बात की थी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि इमरान खान को मास्को नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने ये भी कहा कि अगर अविश्वास प्रस्ताव के बाद भी इमरान खान की कुर्सी बची रही, तो इससे पाकिस्तान का नुकसान होगा। अगर वो हार जाते हैं तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा। इमरान के मुताबिक अगर वो साइफर पब्लिश कर दें तो हमारी सीक्रेट इन्फॉर्मेशन दुनिया को पता चल जाएगी। इमरान ने आगे कहा कि हमारी आबादी 22 करोड़ है।
आज बाहरी लोग ये तय कर रहे हैं कि अगर इमरान बच गया तो आपको परेशानी होगी, ये हम लोगों की कितनी बड़ी तौहीन है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। पाकिस्तानी पीएम के मुताबिक ये सब स्क्रिप्टेड था। अमेरिकी डिप्लोमेट्स कई दिनों से पाकिस्तान के बड़े लोगों से मिल रहे थे। उन्होंने पहले ही बता दिया था कि अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है।
*सीएम मनोहर लाल की सांसदों के साथ बैठक,आप के अलावा जानिए किन मुद्दों पर चर्चा*
इस वजह से वो बने टारगेट पीएम इमरान ने कहा कि मेरा सबसे बड़ा जुर्म ये है कि मैंने ड्रोन हमलों का विरोध किया। उनको पता है कि मेरे पास बैंक अकाउंट नहीं है और ना ही दूसरे देश में प्रॉपर्टी। ये सारा ड्रामा उन्हें हटाने के लिए किया जा रहा है। विपक्ष देश की कुर्बानी देने के लिए तैयार है, उसे लगता है कि कहीं अमेरिका ना नाराज हो जाए और रूस की तरह उनकी भी प्रॉपर्टी ना जब्त हो जाए। ऐसे में वो अमेरिका को खुश करने के लिए ये सब कर रहे हैं। वहीं अब सभी देशों की निगाह शनिवार को पाकिस्तान में होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर है।
Aluminium milling scrap recycling Aluminium scrap forward integration Scrap metal recyclers