सत्यखबर,पानीपत
पानीपत के मॉडल टाउन की एक महिला को पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी और जियोमार्ट की फ्रेंचाइजी दिलाने का झांसा देकर करीब 33 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है….ठगों ने पीड़ित महिला को पहले स्वीकृति पत्र भेजकर विश्वास दिलाया और फिर उसके बाद ठगी की। महिला को जब शक हुआ तो उसने कागजात की जांच कराई तो सभी फर्जी निकले। जिसके बाद महिला ने एसपी को तीन अलग-अलग शिकायत दी।
मॉडल टाउन की मिथलेश कुमारी ने पुलिस को शिकायत दी कि वो और उनके पति राजेश कुमार पाल एक निजी कंपनी में काम करते हैं। 11 सितंबर 2020 को उन्होंने इंटरनेट पर पेट्रोल पंप लेने का विज्ञापन देखा। लिंक पर क्लिक कर अपना नाम, पता और ई-मेल आईडी भेज दी। तीन दिन बाद एक युवक ने कॉल कर बताया कि वो भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड से बोल रहे हैं। और महिला से अनय डॉक्यूमैंट मांगे….जिसके बाद महिला ने अपने बेटे संग्राम चौहान के नाम से 10वीं की मार्कशीट आधार कार्ड और अन्य कागजात वाट्सएप कर दिए। ठग ने उसे बेटे के नाम से पेट्रोल पंप चयनित होने की बात कहकर लोकेशन मांगी।
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ठग ने कहा कि जांच कर कन्फर्म लेटर भेज दिया। 16 सितंबर को उसने रजिस्ट्रेशन फीस के 25500 रुपये भेज दिए। एनओसी के 237000 और 82000 रुपये भेजे। एग्रीमेंट फीस के पांच लाख रुपये ले लिए। सिक्योरिटी के पांच लाख रुपये मांगकर ठग ने अपने सीनियर अधिकारी से बात कराई। इसके बाद उसने चार अप्रैल को डेढ़ लाख रुपये भेज दिए। ठग ने विश्वास जीतने के लिए कंपनी का पैन नंबर और जीएसटी नंबर भेजा। ठग से असल कागजात मांगे तो आनाकानी करने लगा। तब पता चला कि उससे 9 लाख 94500 रुपये की ठगी हुई है। इसी वजह से उनसे बकाया 3.50 लाख रुपये ठग के पास नहीं भेजे। थाना शहर प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि ठगी का मामला दर्ज करके ठगों की तलाश की जा रही है।
पीड़ित मिथलेश कुमारी ने बताया कि उनकी मेल पर जियो मार्ट की फ्रेंचाइजी लेने के लिए मैसेज आया। मंजीत सिंह नामक युवक के कहने पर उन्होंने आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक की कॉपी और लोकेशन की फोटा बेवसाइड पर भेज दी। मंजीत ने कहा कि रजिस्ट्रेशन हो गया है। सितंबर 2020 में 32500 रुपये फीस लगेगी। फीस जमा करा दी गई। उनके पास ठग ने रजिस्ट्रेशन नंबर और एग्रीमेंट की कॉपी भेज दी। उनसे ठग ने एनसीओ के 72600, विजिटिंग चार्ज के 59300 समेत 14 लाख 924000 रुपये ऐंठ लिए। 16 मई को मार्ट की स्वीकृति भी भेज दी। ठग उससे और 1.10 लाख रुपये मांग रहा है।
पीड़ित मिथलेश ने बताया कि सितंबर 2020 में भारत गैस एजेंसी के बारे में विज्ञापन देखा और वेबसाइट पर फॉर्म भरकर बताए पते पर भेज दिया। ठग संजीव के कहने पर उन्होंने आधार कार्ड, पैन कार्ड पासबुक और अन्य दस्तावेज और लोकेशन समेत वेबसाइट पर भेज दिए। ठग ने बताया कि रजिस्ट्रेशन हो गया है। 18 सितंबर 2020 को स्वीकृति पत्र भेजा। ठग ने उनसे लाइसेंसी फीस समेत 7 लाख 71 हजार 800 रुपये ठग लिए। पीड़ित ने ठग द्वारा भेजे गए कागजात की जांच कराई तो फर्जी निकले। फिलहाल पुलिस तीनों मामलों में शिकायत के बाद जांच में जुटी हुई है।
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