सत्यखबर, पानीपत
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के स्वागत के लिए पानीपत के गांव खंडरा में दावत की तैयारियां शुरू हो चुकी है। करीब 20 हजार लोगों का खाना बनाया जाएगा। इस खाने को बनाने में 100 हलवाई लगाए जाएंगे। वहीं, 5000 किलो लड्डुओं के साथ 3500 किलो गुलाब जामुन और 1500 किलो जलेबी भी बनाई जा रही है। मिठाई बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। अगले तीन दिन तक केवल मिठाई ही बनेगी। 40 हलवाइयों को इस काम में लगाया गया है। नीरज के चाचा सुरेंद्र चोपड़ा ने बताया कि 15 अगस्त के बाद नीरज कभी भी गांव आ सकता है। भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने की खुशी में दावत दी जाएगी। 20 हजार से ज्यादा लोगों का खाना बनाया जा रहा है।
नीरज के चाचा सुल्तान ने बताया कि हरियाणा की परंपरा है कि जो भी मेहमान आए उसे खाना खिलाए बिना नहीं भेजा जाता है। उनका भतीजा तो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर आ रहा है, इस खुशी में घर पर आए हुए सभी मेहमानों का मुंह मीठा कराने के साथ ही खाना खिलाकर भेजेंगे। चाचा ने बताया कि गांव की शादी कितनी भी धूमधाम से हो, उसमें ज्यादा से ज्यादा 10 बोरी चीनी ही लगती है, लेकिन नीरज के आने पर अभी तक 100 बोरी चीनी लग चुकी है। यह चीनी दो दिन में खत्म हो जाएगी।
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ढाई हजार जनसंख्या के गांव में बन रहा 20 हजार लोगों का खाना
ढाई हजार जनसंख्या वाले गांव खंडरा में 20 हजार लोगों का खाना बनेगा। नीरज के पिता सतीश चोपड़ा का कहना है कि नीरज के चाहने वालों का कोई हिसाब नहीं लगा सकता है। उसके चाहने वाले अब हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश के हो चुके है। जब भी नीरज आएगा, तब एडवांस में 100 से 150 हलवाइयों को बैठाया जाएगा ताकि सभी को खाना खिलाकर भेजा जा सके।
एक गली में स्टेज तो चार गली में लगेगा खाने का टेंट
एक गली में स्टेज लगाया जाएगा ताकि नीरज को उस पर सम्मानित कर सकें और लोग उसे आसानी से देख सकें। चार गली में खाने का टेंट लगाया जाएगा। जिसमें से दो गली में पुरुष और दो गली में महिलाएं खाना खा सकेंगी। नीरज के घर के आसपास की चार से पांच गलियों में एलईडी लगाई जाएगी ताकि आए हुए मेहमान व गांववासी एक जगह खड़े होकर नीरज को देख सकें और भीड़ से भी बच सकें। हालांकि दो एलईडी नीरज के घर के बाहर लगाई जाएंगी।
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