सत्यखबर, पानीपत
पानीपत बार एसोसिएशन का वार्षिक चुनाव 17 दिसंबर को होना है। प्रधान पद के लिए तीन दावेदार ताल ठोंकने को तैयार हैं। त्योहारों की श्रंखला ने फिलहाल तो प्रचार के रंग को फीका किया हुआ है। सात नवंबर तक अदालतों में अवकाश भी है। सीधा अर्थ, सोमवार को चुनावी रंगत पूरी तरह बदली हुई दिखेगी। बता दें कि एसाेसिएशन से 2716 वकील जुड़े हैं। बार काउंसिल आफ पंजाब एंड हरियाणा ने चुनाव का शेड्यूल जारी कर किया है। अब चुनावी ताल ठाेंकने को तैयार बैठे नामों पर नजर डालते हैं। प्रधान पद पर हैट्रिक लगा चुके, मौजूदा प्रधान शेर सिंह खर्ब इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इस पद पर एडवोकेट राजेश शर्मा, सुरेंद्र दुहन और वीरेंद्र मलिक ने सामने आते हुए, वकीलों से वोट और सपोर्ट मांगनी शुरू कर दी है। सचिव पद के लिए भी अभी तक तीन वकीलों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। इनमें एडवोकेट वैभव देशवाल, आशीष बंसल व संदीप जागलान शामिल हैं। उपाध्यक्ष पद के लिए एडवोकेट सुनील कुमार वधवा, कमल दुआ व विनय मलिक ने भी वकीलों के बीच अपना प्रचार शुरू कर दिया है। कोषाध्यक्ष पद पर दीपक सचदेवा और संयुक्त सचिव पद पर संयम बतरा मैदान में आने के इच्छुक हैं। सभी ने वकीलों के चैंबरों में हाजिरी लगानी, अपना विजिटिंग कार्ड थमाना, वोट मांगना शुरू कर दिया है।तीन नवंबर तक वकीलों को शपथ-पत्र देकर बताना होगा कि वे किसी अन्य बार के चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। वकीलों को बकाया का भुगतान करना होगा।आठ नवंबर तक चुनाव कमेटी सदस्यों, रिटर्निंग अधिकारी का नाम भेजना है। 15 नवंबर तक वोटर लिस्ट से संबंधित आपत्ति चुनाव कमेटी या रिटर्निंग अधिकारी को दी जा सकती है। 20 नवंबर तक मतदान के पात्र वकीलों की सूची स्टेट बार काउंसिल को भेजनी होगी। मतदान 17 दिसंबर (शुक्रवार) को होगा। उसी दिन शाम तक चुनाव का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
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जिला बार एसोसिएशन की करीब 256 महिला वकील सदस्य हैं। बार के लगभग नौ दशक के इतिहास में किसी महिला ने प्रधान पद का चुनाव नहीं लड़ा है। मौजूदा कमेटी में भी कोई पदाधिकारी नहीं है। 17 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए भी कोई महिला वकील आगे नहीं आई है।
स्टेट बार काउंसिल ने स्पष्ट किया है कि यदि मौजूदा जिला बार एसोसिएशन चुनाव कराने में असफल रहती है तो एडहाक कमेटी गठित कर दी जाएगी। यह कमेटी चुनावी प्रक्रिया को अपने नियंत्रण में ले लेगी
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